What will happen if someone is not returning the money and hangs himself: कहा जाता है किसी का बुरा समय कब शुरू हो जाए कहा नहीं जा सकता है। कभी व्यक्ति किसी परेशानी में फंस जाता है तो कभी उसे पैसों का नुकसान हो जाता है। जिससे उसे कर्ज लेने के लिए मजबूर होना पड़ता है। हालांकि, आज भी कई भले लोग मौजूद हैं जो किसी की मजूबरी को देखकर उधार पैसा दे देते हैं। लेकिन कई बार कर्जा लेने वाला व्यक्ति पैसा लौटाने पर आनाकानी करने लगता है। ऐसे में अगर आप उससे पैसा वापल लेने के लिए दबाव डालते हैं और वो या उसकी पत्नी फांसी लगा ले तो क्या होगा। इसी मामले से संबंधित छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने अपना फैसला सुनाया है। कोर्ट ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति कर्ज वापस करने की मांग करता है तो इसे आत्महत्या के लिए उकसाना नहीं माना जाएगा।
आपके दबाव डालने पर फांसी लगा ली तो क्या होगा?
हाईकोर्ट ने कहा है कि यदि कोई व्यक्ति कर्ज वापस करने की मांग करता है तो इसे आत्महत्या के लिए उकसाना नहीं माना जाएगा, क्योंकि कोई भी कर्ज देने वाला व्यक्ति निश्चित तौर पर इसे वापस लेना चाहेगा। चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा की बेंच ने आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में दर्ज एफआईआर और आरोप पत्र को है खारिज करते हुए यह टिप्पणी की है।
हाईकोर्ट ने महिला के खिलाफ एफआईआर और आरोप पत्र को किया निरस्त
दरअसल, छत्तीसगढ़ के भिलाई में रहने वाले नरेश यादव ने वहीं रहने वाली शैला सिंह को प्रधानमंत्री विकास कौशल योजना से संबंधित एक सरकारी योजना की जानकारी दी। शैला सिंह ने करीब 10 लाख रुपए नरेश यादव को दिए, लेकिन यादव ने याचिकाकर्ता को उसके हिस्से का पैसा वापस नहीं किया। शैला सिंह ने अपनी रकम लौटाने के लिए कई बार आग्रह किया, इसके बाद नरेश यादव ने उसका फोन उठाना और उसके मैसेज का जवाब देना बंद कर दिया। आरोप है कि शैला सिंह ने कथित तौर पर यादव को परिणाम भुगतने की धमकी दी, इससे दुखी होकर उसकी पत्नी ने खुदकुशी कर ली। इसके बाद शैला सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 306 के तहत एफआईआर दर्ज करते हुए हुए आरोप पत्र प्रस्तुत किया गया इसे हाईकोर्ट में चुनौती दी गई थी। हाईकोर्ट ने महिला के खिलाफ एफआईआर और आरोप पत्र को निरस्त कर दिया।