अम्बिकापुर: छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से निर्मित परिसंपत्तियों का लाभ लेकर हितग्राही अपने आजीविका के क्षेत्रों का विस्तार कर रहे हैं। योजना से निर्मित कूप निर्माण का लाभ एक ओर सिंचाई साधनों के रूप में हो रहा है तो दूसरी तरफ में कूप जल संरक्षण एवं जल विस्तारी में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
बारिश पर निर्भरता हुई खत्म
ऐसी ही कहानी है जिला पंचायत उदयपुर के ग्राम पंचायत सरगवां निवासी भगत सिंह की, जिनके द्वारा वर्ष 2023-24 में निर्मित कूप निर्माण का लाभ कुछ इसी तरह से लिया जा रहा है। भगत के पास 2.50 एकड़ जमीन तो थी लेकिन उसका उपयोग वह कभी नहीं कर पाता था क्योंकि उसके पास सिंचाई का कोई साधन नहीं था। वर्ष 2023-24 में 2.99 लाख रुपए की लागत में उसका कूप स्वीकृत हुआ जिसे उन्होंने जी-जान लगाकर मात्र 04 माह में पूर्ण करा लिया।
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वरदान साबित हो रही योजना
वर्तमान में बारिश से कूप में जलस्तर अच्छा भरा हुआ है। कूप बनने से उन्होंने इस बार बारिश में अरहर दाल एवं लकड़ा भाजी की खेती भी की है और आगे सीजन को देखते हुए आलू एवं टमाटर लगाने की भी तैयारी कर रहे हैं। इस समय मनरेगा द्वारा निर्मित कूप किसान भगत के लिए एक वरदान साबित हो रहा है। वे बताते हैं कि कूप का निर्माण हो जाने से परिवार खुश है। जल प्रबंधन कर खेतों में आसानी से सिंचाई कर पा रहे हैं जिससे खेतों में भी हरियाली है। कूप के निर्माण से जल संग्रहण में आसानी हुई है, इससे अलग-अलग तरह के फसल उत्पादन लेने की भी उम्मीद बढ़ गई है।