Khalistan Supporters Rally: खालिस्तानी नेता और ‘वारिस पंजाब दे’ के चीफ अमृतपाल सिंह के समर्थन में रैली निकालने वाले चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कहा कि रायपुर में निकाली गई रैली को लेकर गुरुवार को चार गिरफ्तारियां की गईं।
आरोपियों की पहचान छत्तीसगढ़ की राजधानी शहर के निवासी दिलेर सिंह रंधावा (46), मनिंदरजीत सिंह उर्फ मिंटू संधू उर्फ हरिंदर सिंह खालसा (44) और हरप्रीत सिंह रंधावा उर्फ चिंटू (42) के रूप में हुई है। रायपुर पुलिस की ओर से कहा गया कि मौके पर लगे सीसीटीवी कैमरों से फुटेज के माध्यम से जुटाए गए इनपुट के साथ जांच के निष्कर्षों के आधार पर चारों लोगों को गिरफ्तार किया गया।
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पुलिस ने इन धाराओं के तहत दर्ज किया मामला
पुलिस ने कहा कि रायपुर की सिविल लाइंस पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 147, 153 (ए), 504 और 505 (1) (बी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। रायपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया कि पहले, उन्हें नोटिस दिया गया था, लेकिन उनके जवाब संतोषजनक नहीं थे और किसी भी कानून व्यवस्था की स्थिति से बचने के लिए कार्रवाई की गई।”
गुरुवार को छत्तीसगढ़ विधानसभा में यह मुद्दा उठा जब भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने स्थगन प्रस्ताव नोटिस देकर इस पर चर्चा की मांग की। चंद्राकर ने आरोप लगाया कि खालिस्तान के समर्थन में रैली निकाली गई। इस मुद्दे पर उनके साथ शामिल होते हुए भाजपा विधायकों ने सवाल किया कि इस तरह की रैली कैसे निकाली गई और कथित खुफिया विफलता के लिए पुलिस की आलोचना की। भाजपा विधायकों ने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री का बयान मांगा था।
भाजपा विधायकों ने CM से जवाब मांगते हुए की नारेबाजी
नोटिस खारिज होते ही विपक्ष के सदस्यों ने मुख्यमंत्री का जवाब मांगते हुए नारेबाजी शुरू कर दी जिसके बाद कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। सदन की कार्यवाही फिर से शुरू होने के बाद भाजपा विधायकों ने फिर से इस मुद्दे को उठाया जिसके बाद मंत्री रवींद्र चौबे ने कहा कि सीएम रैली के संबंध में सदन में बाद में बयान देंगे।
सदन में अपने बयान में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि लगभग 30-35 लोगों ने बिना अनुमति के तेलीबांधा क्षेत्र से नारेबाजी करते हुए पैदल मार्च निकाला। पुलिस को इसके वीडियो फुटेज की जांच करने का निर्देश दिया गया है।
सीएम बघेल ने कहा, “रैली के दौरान वीडियो में देश विरोधी नारे लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।” मुख्यमंत्री ने कहा, “जहां तक सिख समुदाय का सवाल है, देश के लिए उनके बलिदान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है, लेकिन देश विरोधी गतिविधियों को नहीं होने दिया जाएगा।”