Chhattisgarh Crime News: छत्तीसगढ़ के कांकेर स्थित हॉस्टल के बारे में लगातार चौंकाने वाली बातें सामने आ रही हैं। यहां लगभग 200 छात्राओं की सुरक्षा का जिम्मा रात के समय सिर्फ एक महिला चपरासी के पास था। बता दें कि पखांजूर के हॉस्टल में एक नाबालिग छात्रा गर्भवती हो गई थी। हॉस्टल की अधीक्षक ने मामला दबाने के लिए उसको घर भेजा था। जहां उसका अबॉर्शन करवा दिया गया। लेकिन मामला सामने आते ही इस पर जांच शुरू हो गई। जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया था। इस मामले की जांच के लिए कलेक्टर ने आदेश दिए थे। सरकारी आवासीय विद्यालय की छात्रा प्रेग्नेंट मिली थी। जिसके बाद हॉस्टल सुपरिंटेंडेंट को निलंबित किया जा चुका है।
5 लोगों की टीम 2 दिन में देगी रिपोर्ट
जांच एसडीएम अंजोर सिंह पैकरा की निगरानी में हो रही है। 5 लोगों की टीम दो दिन में रिपोर्ट सौंपेंगी। बेठिया गांव के सरपंच और लोगों ने मामले की शिकायत कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर से की थी। ग्रामीणों ने मामले में अब चौंकाने वाली बातें बताई हैं। ग्रामीणों के अनुसार महिला अपनी मर्जी से छात्रावास चला रही थी। यही नहीं, छात्राओं से जबरन काम करवाने के भी आरोप महिला अधीक्षक पर लगे हैं। आरोप है कि महिला रात के समय सोने के लिए अपने घर चली जाती थी।
200 छात्राओं की सुरक्षा का जिम्मा एक महिला चपरासी पर होता था। सुरक्षा में ढील का फायदा किसी अज्ञात ने उठाया। उसने छात्रा को गर्भवती कर दिया। गर्भपात भी करवा दिया और लड़की को परीक्षा में बैठने से भी रोक दिया। ग्रामीणों का दावा है कि महिला लड़कियों को धर्म परिवर्तन के लिए किसी चर्च में भी भेजती थी। प्रेग्नेंट लड़की के बारे में न पुलिस को बताया गया और न ही सीनियर अधिकारियों को। छात्रावास अधीक्षक विनीता कुजूर को निलंबित कर नई नियुक्ति की गई है। ग्रामीणों को आशंका है कि किसी और छात्रा के साथ तो गलत काम नहीं हुआ?
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