Trains Cancellation Issue In Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में बार- बार ट्रेनों के रद्द होने से यात्रियों को काफी दिक्क्तों का सामना पड़ रहा है। बुधवार को रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने ट्रेनों के रद्द होने के मुद्दे को संसद में उठाया। उन्होंने कहा कि पिछले 3 सालों में 200 से ज्यादा ट्रेनें रद्द की गई हैं और इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उनके सवाल के जवाब में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि नई रेल लाइन बिछाकर छत्तीसगढ़ की कैपेसिटी बढ़ाने का काम चल रहा है। जिससे भविष्य में आने वाली समस्याएं भी दूर हो जाएंगी। सदन में सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि पिछले 3 सालों में निरस्त की गई और छत्तीसगढ़ के जोन से रेलवे को कितनी रेवेन्यू मिलती है और वह देश में कौन से लेवल पर है।
बृजमोहन ने रेल मंत्री से सवाल किया कि इस समय छत्तीसगढ़ के दूरूह क्षेत्रों में जहां आवागमन की सुविधा नहीं है। वहां रेलवे पटरी बिछाने के लिए क्या कर रहे हैं और इसकी क्या योजना है? संसद में इन सवालों पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि छत्तीसगढ़ एक आदिवासी बहुल और बहुत ही महत्वपूर्ण राज्य है लेकिन दुर्भाग्य से एक लंबे समय तक रेलवे के डेवलपमेंट के लिए फंड बहुत कम दिए जाते थे। आज फंड भी दिए जा रहे हैं और काम भी हो रहा है। उन्होंने कहा कि, मैं यह साफ करना चाहूंगा कि 3 साल पहले छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली ट्रेनों में 56 मेल एक्सप्रेस और 121 पैसेंजर ट्रेन थी, आज 58 मेल एक्सप्रेस है और 128 पैसेंजर है।
छत्तीसगढ़ में 37 हजार करोड़ का इन्वेस्टमेंट
छत्तीसगढ़ में आज करीब 37 हजार करोड़ का इन्वेस्टमेंट रेलवे के डेवलपमेंट के लिए हो रहा है। उन्होंने बताया कि 8 नए रेल लाइन के प्रोजेक्ट्स हैं, जिसकी लंबाई 1358 किलोमीटर है। नई रेलवे लाइन बन रही है। जिसमें 20000 करोड रुपए का इन्वेस्टमेंट हो रहा है। जिनमें 17 डबलिंग के प्रोजेक्ट्स हैं। जिसमें 1373 में ट्रैक बिछेंगे जिस पर 16604 करोड रुपए का इन्वेस्टमेंट हो रहा है। कई जगह थर्ड और फोर्थ लाइन बिछाई जा रही है।
इन्वेस्टमेंट 10 साल पहले से 22 गुना ज्यादा
रेल मंत्री वैष्णव ने आगे बताया कि हम छत्तीसगढ़ के पोजीशन को देखें तो कोलकाता से मुंबई का जो कॉरिडोर है। वहां से जाने वाली सारी ट्रेनें छत्तीसगढ़ से होकर जाती है। इसलिए छत्तीसगढ़ में कैपेसिटी बढ़ाना बहुत ही जरूरी है। पिछले 10 साल पहले मात्र 311 करोड रुपए का इन्वेस्टमेंट होता था। लेकिन अब छत्तीसगढ़ स्टेट के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6922 करोड़ यानी 22 गुना ज्यादा इन्वेस्टमेंट आज दे रहे हैं। जिसका रिजल्ट भी आज दिख रहा है।
नॉन इंटरलॉक वर्किंग के तहत किया जा रहा है काम
ट्रेनों के कैंसलिशन के सवाल के जवाब में रेलमंत्री ने आगे कहा कि, रेलवे में जब काम बहुत ज्यादा होता है। जब रेलवे के नए ट्रैक को एक्जिस्टिंग नेटवर्क से कनेक्ट करते हैं। तब जरूर गाड़ियां कैंसिलेशन की तकलीफ आती है और मैं इस तकलीफ के लिए संवेदनशील हूं। उन्होंने बताया कि इसके लिए एक नया मेथड भी काम का स्टार्ट हुआ है। अभी पिछले 7-8 महीने में इसकी बहुत प्रेक्टिस करके नया मेथड भी निकला गया है। जिससे नॉन इंटरलॉक वर्किंग का ज्यादा से ज्यादा काम पहले हो जाए ताकि की कनेक्शन के दौरान कम दिक्कत आएं।
बृजमोहन के दूसरे सवाल पर रेलमंत्री ने कहा कि यह बात सही है कि 10 साल पहले छत्तीसगढ़ के प्रति न्याय नहीं होता था। आज लेकिन न्याय हो रहा है आज भरपुर फंड दिया जा रहा है और काम हो रहे हैं। काम जिस तेजी से हो रहा है, उसके कारण ट्रैफिक में पैसेंजर गाड़ियों की कैंसिलेशन में दिक्कत भी हुई। और इसके लिए मैं संवेदनशील भी हूं। उन्होंने आगे कहा कि, NI यानी कनेक्शन करने में 4 दिन लगते थे और प्रयास कर रहे हैं कि इसमें 3 दिन ही लगे। इस तरह के बहुत प्रयास चल रहे है और जितनी तेजी से छत्तीसगढ़ में काम चल रहा है। कैपेसिटी इतनी अच्छी क्रिएट हो जाएगी कि कई सारी समस्याएं जो कैपेसिटी की कमी के कारण थी वो समस्याएं भी समाप्त हो जाएगी।
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