Chattisgarh News:(रोहित कश्यप, मु्ंगेली)। सरकार बदलते ही छत्तीसगढ़ में प्रशासनिक अफसरों के प्राथमिकताएं भी बदल गई हैं। डबल इंजन की सरकार में प्रधानमंत्री आवास योजना पर छत्तीसगढ़ सरकार ने फोकस किया है, क्योंकि सरकार में आते ही विष्णदेव साय सरकार ने 18 लाख से भी ज्यादा की आवास की स्वीकृति दी है।
इस योजना से जुड़े अफसरों को सबसे ज्यादा चुनौती आवास की राशि हितग्राहियों के पास पहुंचने के बाद भी कार्य नहीं कराने को लेकर आ रही है। यही वजह है कि जिला पंचायत की टीम डोर टू डोर जाकर लोगों को कार्य पूर्ण कराने प्रेरित कर रही है।
जिला पंचायत के सीईओ ने दी जानकारी
हितग्राहियों को जागरूक करने खैरवार गांव पहुंचे जिला पंचायत के सीईओ प्रभाकर पांडेय ने मौके पर पहुंचकर बताया कि कुछ हितग्राही जहां खाते में राशि आने के बाद पलायन कर गए हैं। कुछ की मौत हो चुकी है, तो वहीं कुछ ऐसे भी हितग्राही हैं, जो जानबूझकर राशि प्राप्त करने के बाद भी आवास का काम कराने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। वैसे लोगों के ऊपर में एक्शन भी लिया जा रहा है।
बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर में संभाग का सबसे बड़ा तहसील कार्यालय बनकर तैयार हो चुका है। दरअसल, लगातार बढ़ते राजस्व के मामलों को देखते हुए और वर्तमान तहसील कार्यालय में सीमित जगह के चलते प्रशासन के द्वारा नए तहसील कार्यालय का प्रस्ताव रखा गया था, जिसके बाद मां दंतेश्वरी कॉलेज के जर्जर हो चुके हॉस्टल भवन को नए सिरे से तहसील भवन के लिए तैयार किया गया है।
आपको बता दें, इस तहसील कार्यालय में राजस्व तहसीलदार, नजूल तहसीलदार, नायाब तहसीलदार सहित अनुविभागीय अधिकारी का भी कोर्ट संचालित किया जाएगा इसे पहले तहसील और एसडीएम कार्यालय अलग जगह होने के कारण लोगों को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ता था। वहीं, दूसरी तरफ पुराने तहसील कार्यालय को बस्तर हेरिटेज ग्राउंड के रूप में तब्दील किया जाएगा। बस्तर दशहरा के दौरान अलग-अलग रस्मों में हिस्सा लेने बस्तर के कोने कोने से देवी देवता यहां पंहुचते हैं। देवी देवता संग आने वाले पुजारियों और ग्रामीणों के रुकने की व्यवस्था अब इस हेरिटेज ग्राउंड में होगी।
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