CM Sai Reached CRPF Camp: छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक ख़त्म करने के बाद सेड़वा में CRPF 241 बस्तरिया बटालियन के हेड क्वाटर में पहुंचे। जहां पर उन्होंने जवानों के साथ समय बिताया। इस दौरान सीएम ने जवानों को खाना परोसा और साथ में भोजन भी किया। वहीं इस दौरान CRPF की तरफ से सीएम को स्मृति चिन्ह भेंट की गई।
दरअसल, सोमवार को सीएम साय चित्रकोट में बस्तर विकास प्राधिकरण (Bastar Development Authority) की बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। जहां पर वे बैठक ख़त्म करने के बाद बस्तरिया बटालियन हेड क्वाटर गए। सीएम ने CRPF का वर्दी पहनी और जवानों से मुलाकात की।
इस दौरान नक्सली मोर्चे पर तैनात सभी जवानों को उपहार भी दिए। साथ ही सीएम ने सभी जवानों की हौसला अफजाई भी की। बटालियन में तैनात CRPF की महिला और पुरुष कमांडो ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी।
जब मैं बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक में चित्रकोट आया, तो मेरी बड़ी इच्छा थी कि मैं हमारे वीर जवानों से मिलूं।
---विज्ञापन---इसी भावना के साथ कल रात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के सेडवा कैंप में जाकर इन जांबाज़ जवानों से मुलाकात की और नक्सल मोर्चे पर पिछले 11 महीनों में उनकी… pic.twitter.com/EOxZZwGRGB
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) November 19, 2024
CRPF कैम्प में सीएम ने किया आराम
भोजन के बाद सीएम ने रात को आराम CRPF कैम्प में किया। सीएम के साथ पुलिस अधिकारी अशोक जुनेजा, आईजी सुंदरराज पी, कलेक्टर, एसपी मौजूद रहे। सीएम कैम्प से निकलकर सुबह केशलूर हेलीपैड से दंतेवाड़ा जिले के लिए रवाना हुए। जहां पर उन्होंने दंतेवाड़ा में दंतेश्वरी देवी के मंदिर में उन्होंने मातारानी का आशीर्वाद लिया।
इस अवसर पर बटालियन में तैनात सीआरपीएफ की महिला व पुरुष कमांडो ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री ने जवानों को खाना भी परोसा और उनके साथ भोजन भी किया। उन्होंने सीआरपीएफ कैम्प में रात्रि विश्राम किया। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ डीजीपी अशोक जुनेजा, बस्तर आइजीपी सुंदरराज पी., बस्तर कलेक्टर हरीश एस., बस्तर एसपी शलभ सिन्हा मौजूद थे।
कैंप के अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री साय के बटालियन हेड क्वार्टर पहुंचने पर उनका स्वागत किया गया। इस दौरान उन्होंने सीआरपीएफ की वर्दी पहनकर बटालियन में पदस्थ जवानों और अधिकारियों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया।
बस्तर में शांति स्थापना की दिशा में लगातार फोर्स प्रयत्नशील है, जवानों के द्वारा लगातार नक्सलियों के खिलाफ चलाये जा रहे हैं। अभियान का ही परिणाम है कि इसके सकारात्मक नतीजे भी दिखाई दे रहे है। बात करें अगर बीते 10 महीने की तो पुलिस और नक्सलियों के बीच हुए 30 मुठभेड़ों में 197 नक्सली ढेर हो चुके हैं, जिसमें लाखों रुपये के नक्सली भी शामिल हैं।
पुलिस के ही अभियान का असर है कि झीरम घाटी में शामिल लाखों रुपये की इनामी नक्सली ने पुलिस फोर्स के बढ़ते दबाव और नक्सलियों के ढेर होते देख आत्मसमर्पण कर चुकी है। इन मुठभेड़ों में जहाँ नक्सलियों की एक पूरी बटालियन को फोर्स ने समाप्त कर दिया है, जबकि कुछ जवान घायल भी हुए, लेकिन उन्हें भी बेहतर उपचार मिल सके, इसके लिए दिशा निर्देश भी दिये जा चुके हैं।
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