छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में देर शाम हुए ट्रेन हादसे में मृतकों की संख्या बढ़ गई है। हादसे में अब तक 11 लोगों को मौत हो गई है। जबकि हादसे के समय मौके पर 6 लोगों की मौत हुई थी। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी भी 20 लोग घायल हैं।
बिलासपुर स्टेशन के पास 4 नवंबर की शाम को एक मेमो ट्रेन ने मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरजस्त थी कि पेसेंजर ट्रेन का अगला हिस्सा मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गया। हादसे के पीछे बताया गया था कि ट्रेन के लोकोपायलट के रेड सिग्नल को अनदेखा कर दिया था। रात में रेलवे प्रशासन ने ट्रैक को क्लीयर कर दिया था। बुधवार सुबह उस समय से ट्रेनों का परिचालन शुरू हो गया है।
हादसे पर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा था। कांग्रेस नेता टीएस सिंह देव ने बयान दिया था कि ऐसी घटना होना घोर लापरवाही का मामला है। एजेंसी से बात करते हुए उन्होंने कहा कि देश में अलग अलग जगहों में रेलवे हादसे होते हैं और लोगों की जान जाती है। देव ने मांग करते हुए कहा कि रेल मंत्री को अब नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। लापरवाही के कारण ऐसी दुर्घटना हो सकती है। इसके अलावा देव ने मृतक के परिवार के एक सदस्य को रेलवे में नौकरी देने की मांग की।









