Chhattisgarh Assembly Election 2023: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में अपनी व्यक्तिगत समस्याओं को किनारे कर एक दंपत्ति ने मतदान कर, जो मिसाल पेश की है वो वाकई काबिल ए तारीफ है। दरअसल, मतदान के कर्तव्य को पूरा करने एक व्यक्ति ने अपने गंभीर बीमार बच्चे को अस्पताल में किसी और के भरोसे छोड़ दिया। वहीं, उसकी पत्नी एक बच्चे की दो दिन पहले हुई मौत का मातम मना रही थी। इस बीच जगदलपुर अस्पताल में बीमार बच्चे को छोड़, अपनी पत्नी को साथ लेकर मतदान केंद्र पहुंचकर दोनों ने मतदान किया।
दो बच्चों को एक साथ दिया था जन्म
मतदान के बाद अपनी पत्नी को घर पर छोड़ जगदलपुर अस्पताल के लिए निकल पड़ा, लेकिन रास्ते में ही दूसरे बच्चे की मौत की खबर भी आ गई। दरअसल, दंतेवाड़ा के रहने वाले भागवत सलामे ने पत्नी तुकेश्वरी को प्रसव पीड़ा होने पर उसे 4 नवंबर को जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। तुकेश्वरी सात महीने की गर्भवती थी, इसके बाद उसने प्री मैच्योर दो बच्चों को एक साथ जन्म दिया। लेकिन, जन्म के कुछ ही घंटों बाद एक बच्चे की मौत हो गई।
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वहीं, दूसरे बच्चे की गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे मेडिकल कॉलेज जगदलपुर रेफर कर दिया। इसके बाद भागवत सलामे अपने बच्चे को लेकर जगदलपुर पहुंचा। इस दौरान 6 नवंबर को एक बच्चे की मौत के बाद पत्नी की हालत में थोड़ा सुधार होता देख डॉक्टरों ने उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी।
अस्पताल पहुंचने से पहले हुई मौत
इस दौरान सात नवंबर को मतदान किया जाना था, तो भागवत जगदलपुर अस्पताल से दंतेवाड़ा आ गया। उसने घर पहुंच अपनी बीमार पत्नी को साथ लिया और सीधे मतदान केंद्र जा पहुंचा। मतदान करने के बाद पत्नी को घर पर छोड़ अपने बीमार बच्चे के लिए जगदलपुर अस्पताल जा रहा था, लेकिन रास्ते में जगदलपुर पहुंचने से पहले ही दूसरे बच्चे की भी मौत हो गई।