Anganwadi Worker Rashmi Suryavanshi Success Story: कहते हैं कि सभी को उड़ने के लिए मुक्कमल आसमान नहीं मिलता है, लेकिन जिसके पास जज्बे की ताकत होती है वह जमीन पर रहकर ही आसमान को चीरने का हुनर रखता है। ऐसा ही एक काम छत्तीसगढ़ की बेटी ने कर दिखाया है। छत्तीसगढ़ की इस बेटी ने राज्य सरकार की योजना की मदद से आंगनवाड़ी को आदर्श स्वरूप देने के लिए चैम्पियन ऑफ चेंज विकासखंड सुकमा का खिताब जीता है। हम बात कर रहे हैं कि रश्मि सूर्यवंशी की।
#अमृतकाल_की_नींव_का_बजट में
प्रदेश के आदिवासियों के सर्वांगीण विकास, पीएम जनमन योजना के तहत छत्तीसगढ़ सरकार के बजट में राज्यांश के रूप में 300 करोड़ रुपये का प्रावधान।श्री संतोष ने छत्तीसगढ़ शासन किया धन्यवाद।@ChhattisgarhCMO@DPRChhattisgarh#सुशासन_का_बजट#CG_Amrit_Budget pic.twitter.com/rb3sRO7MRr---विज्ञापन---— Sukma (@SukmaDist) February 9, 2024
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता रश्मि सूर्यवंशी
रश्मि सूर्यवंशी ने बताया कि सरकारी अभियान के अनुसार जिले के आंगनवाड़ी केंद्रों को सुशोभित और स्वच्छ बनाकर बच्चों के बीच शिक्षा को लेकर सकारात्मकता पैदा की कोशिश की जा रही है। इस अभियान के जरिए रश्मि सूर्यवंशी ने अपने आंगनवाड़ी को कलाकृति के साथ आदर्श स्वरूप दिया। रश्मि ने अभियान के मैसेज को कलर, पेपर और टिकाऊ वस्तुओं के जरिए से कलाकृति में उतारा दिया। फिर इन्हीं कलाकृति से पूरे आंगनवाड़ी केंद्र को सजाया। रश्मि सूर्यवंशी कहती है कि बच्चों को कला की भाषा असानी से समझ में आती है। इतना ही नहीं, रश्मि ने बाकी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भी इस तरह की कलाकृति बनाने की ट्रेनिंग दी।
यह भी पढ़ें: विधानसभा में छत्तीसगढ़ डिप्टी सीएम ने पारित किया 14,380 करोड़ रुपये से अधिक का अनुदान, जानिए किसे कितना मिला?
क्या है निर्मल आंगनवाड़ी अभियान?
छत्तीसगढ़ में भाजपा की विष्णुदेव साय सरकार महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देते हुए लगातार काम कर रही है। जहां सरकार महिलाओं के लिए इतना कुछ कर रही है, वहीं प्रदेश की महिलाएं राज्य की तरक्की में बढ़-चढ़ कर अपना योगदान दे रही हैं। हाल ही में प्रदेश के अंदर निर्मल आंगनवाड़ी अभियान चलाया गया, जिसमें जिले के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में स्वच्छता से शिक्षा की ओर का संदेश दिया गया। इसमें एस्पिरेशनल भारत कॉलेबोरेटिव नीति आयोग के सहयोगी पिरामल फाउंडेशन के सहयोग से आंगनवाड़ी सुपरवाइजर, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सरपंच, सचिव, वार्ड पंच की दीदी लोगों के साथ मिलकर काम किया गया।