Bihar News: (दिलीप दुबे, बाघा) बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के एक घर से उड़ने वाले सांप का रेस्क्यू किया गया है। यह नाग वाल्मीकि टाइगर रिजर्व से निकलकर एक रिहायशी क्षेत्र में पहुंच गया था।मामला टंकी बाजार स्थित संजय पटेल के घर में सामने आया है। नाग को घर के दरवाजे की कुंडी से लिपटा देख परिजनों के होश उड़ गए। परिवार के सदस्य भयभीत हो गए और तुरंत वन विभाग को सूचित किया। वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद नाग का सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर लिया।
नेचर एनवायरमेंट एवं वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिषेक ने बताया कि इसे तक्षक नाग या ओरिएंट फ्लाइंग स्नेक कहा जाता है। जो आमतौर पर पहाड़ी क्षेत्रों में पाया जाता है। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (वीटीआर) में इस प्रजाति का मिलना पर्यावरण के लिए सकारात्मक संकेत है। सांप को वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के घने जंगलों में छोड़ दिया गया है।
बाप रे, इतना खतरनाक सांप pic.twitter.com/5UsF8fqyRd
— parmod chaudhary (@parmoddhukiya) June 29, 2024
---विज्ञापन---
क्यों है इसका नाम ओरिएंट फ्लाइंग स्नेक?
आमतौर पर उड़ने वाले सांप (Flying snake) बहुत कम दिखते हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक ये बहुत ज्यादा जहरीले नहीं होते हैं। लेकिन उड़ने के कारण इनका खौफ बहुत ज्यादा होता है। पंख न होने के बावजूद ये सांप कैसे उड़ते हैं? इसका पता वैज्ञानिकों ने लगा लिया है। शोध के मुताबिक उड़ने वाली प्रजाति पर वैज्ञानिकों ने हाई स्पीड कैमरों की मदद से पता लगाया है। ये सांप पेड़ की एक शाखा से दूसरी शाखा तक उड़ते हैं और कई बार उड़कर जमीन और दीवारों पर भी आ जाते हैं।
यह भी पढ़ें:लिवइन में रह रही महिला ने 20 साल बाद छोड़ा साथ, पार्टनर ने आग लगाकर उतारा मौत के घाट
पिछले साल बिहार के रोहतास जिले में भी एक घर से 60 से अधिक सांप निकले थे। विशेषज्ञों के अनुसार ये सांप काफी जहरीले थे। लोगों ने कई सांपों को मार दिया था। वन विभाग की टीम में आकर बाद में सांपों का रेस्क्यू किया था।