Rupauli Assembly By polls Result: बिहार के पूर्णिया जिले में निर्दलीय उम्मीदवार पप्पू यादव का दबदबा है। उनके संसदीय क्षेत्र में ही रुपौली विधानसभा सीट आती है, जहां उपचुनाव के नतीजे सामने आ गए हैं। निर्दलीय उम्मीदवार शंकर सिंह ने बाजी मार ली, जबकि दूसरे नंबर पर जेडीयू और तीसरे नंबर पर आरजेडी की उम्मीदवार रहीं। इस उपचुनाव में सबकी निगाहें आरजेडी नेता बीमा भारती पर टिकी थीं, लेकिन उन्हें दो महीने के अंदर दूसरा झटका लगा। आइए जानते हैं कि लालू प्रसाद यादव की चहेरी बीमा भारती को बार-बार हार का सामना क्यों करना पड़ रहा है?
जानें उपचुनाव नतीजों के आंकड़े
रुपौली विधानसभा उपचुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार शंकर सिंह ने 8246 वोटों से जनता दल (यूनाइटेड) के उम्मीदवार कलाधर प्रसाद मंडल को हरा दिया। शंकर सिंह को 68070 मत मिले हैं, जबकि कलाधर ने 59824 वोट प्राप्त किए। राष्ट्रीय जनता दल की उम्मीदवार बीमा भारती तीसरे पर नंबर रहीं। उन्हें 30619 वोट मिले हैं।
यह भी पढ़ें : Assembly By polls Result 2024: 7 राज्यों की 13 सीटों के नतीजे आए सामने, देखें कहां-कौन जीता?
लालू की चहेती हैं बीमा भारती
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले बीमा भारती ने जेडीयू का साथ छोड़कर आरजेडी का दामन थाम लिया था। लालू प्रसाद यादव की चहेती बीमा भारती को पूर्णिया लोकसभा सीट से टिकट मिला, लेकिन निर्दलीय उम्मीदवार पप्पू यादव ने उन्हें हरा दिया। बीमा भारती के आरजेडी में शामिल होने से रुपौली विधानसभा सीट खाली हो गई थी। आरजेडी ने बीमा भारती पर फिर विश्वास जताया और रुपौली विधानसभा उपचुनाव में उम्मीदवार बनाया, लेकिन 2 महीने में लालू की चहेती दूसरा चुनाव हार गईं।
शंकर सिंह ने हार का लिया बदला
साल 2020 में शंकर सिंह ने लोजपा से रुपौली सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन उस समय जेडीयू उम्मीदवार के तौर पर बीमा भारती ने उन्हें हरा दिया था। साल 2005 में शंकर सिंह विधायक बने थे, लेकिन 8 महीने के बाद हुए चुनाव में बीमा भारती ने उन्हें पराजित कर दिया था। तबसे बीमा भारती का इस सीट पर दबदबा रहा और शंकर सिंह भी चुनाव लड़ते रहे।
यह भी पढ़ें : बिहार में JDU को हराने वाले शंकर सिंह कौन? निर्दलीय की टिकट पर जीते रुपौली उपचुनाव
जातीय समीकरण ने नहीं दिया साथ
आपको बता दें कि इस बार जातीय समीकरण इंडिया गठबंधन के पक्ष में नहीं रहा। आरजेडी और कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार पप्पू यादव को सपोर्ट नहीं किया था, इसलिए मुस्लिम और यादव वोटर इस बार लालू और तेजस्वी से नाराज थे। चर्चा यह भी है कि जब से बीमा भारती आरजेडी में शामिल हुईं, तब से उन्हें हार का सामना करना पड़ रहा है।