Municipal Corporation investigate, जालंधर: पंजाब के जालंधर में लगातार बढ़ रही टैक्स की चोरी को लेकर नगर निगम काफी परेशान है। जालंधर में टैक्सी की चोरी करने वालों के लिए नगर निगम सख्ती बरतना शुरू कर दिया है। इस मामले पर बात करते हुए नगर निगम कमिश्नर डॉ. ऋषि पाल सिंह ने बताया कि टैक्स की चोरी अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अब शहर के सभी होटलों, अस्पतालों और मॉल्स की तरफ से दिये जानें वाले प्रॉपर्टी टैक्स और वॉटर कनेक्शन की जांच की जाएगी। इस काम के लिए कमिश्नर ने नगर निगम के सेक्रेटरी विक्रांत वर्मा की स्पैशल ड्यूटी लगाई है।
प्रॉपर्टीज की जांच शुरू
पत्रकारों से बात करते हुए नगर निगम कमिश्नर ने कहा कि जालंधर में इस अभियान के तहत जब चार प्रॉपर्टी की जांच की गई तो उसमे ही काफी गड़बडियां सामने आई हैं। कमिश्नर डॉ. ऋषिपाल ने आगे कहा कि अभियान के अंतर्गत पिछले दिन विशाल मेगा मार्ट वाली बिल्डिंग की जांच की गई थी। जांच के दौरान पता चला कि वहां एक सबमर्सिबल पंप लगा हुआ है लेकिन निगम की तरफ से उसका रिहायशी बिल भेजा जा रहा था। जांच के बाद अब उस सबमर्सिबल पंप का कमर्शियल बिल भेजने के निर्देश दिये गए हैं। इसी तरह से कई और कमर्शियल बिल्डिंग्स, रेंट डीड, नीजी अस्पताल और उसके साथ लगने वाले परिसर से संबंधित प्रॉपर्टी टैक्स रिटर्न की जांच की जा रही हैं।
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जीएसटी धारकों को नेटिस
नगर निगम वाटर सप्लाई शाखा के नए सुप्रीटेंडेंट हरप्रीत सिंह वालिया ने बताया कि हाल ही में शहर के कारोबारियों का डाटा एक जी.एस.टी. विभाग से मंगवाया गया है। इस डाटा के अनुसार शहर में लगे सभी कमर्शियल वाटर मीटरों को क्रॉस चैक किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि हो सकता है कि आने वाले दिनों में जीएसटी नंबर धारकों को अपने परिसर में लगे वॉटर कनेक्शन को लेकर नोटिस भेजे जाए हैं।