मुजफ्फरपुर से मुकुल कुमार की रिपोर्ट: बिहार (Bihar) में अक्सर कोई न कोई फर्जीवाड़ा (Scam) या घोटाला प्रकाश में आता ही रहता है। ताजा मामला उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक (UBGB) से जुड़ा है। जहां काल्पनिक लोगों के नाम पते पर बैंक कर्मियों की मिली भगत से 78 लाख रुपए की फर्जी निकासी कर ली गई ।
ऑडिट रिपोर्ट में हुआ खुलासा
मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) में काल्पनिक लोगों के नाम पर लोन (Loan) उठाकर बैंक के पैसे का फर्जीवाड़ा प्रकाश में आया है। मामला ब्रह्मपुरा थाना इलाके के उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक लक्ष्मी चौक का है। जहां बैंक कर्मचारियों ने कई अलग-अलग काल्पनिक नाम पते का सत्यापन कर फर्जी कागजात तैयार किए। इन कागजातों को सही करार देते हुए इन फर्जी खाता धारकों के नाम पर लोन उठा कर निकासी भी कर ली।
बैंक कर्मियों की संलिप्तता उजागर
स्पेशल ऑडिट टीम की जांच के बाद यह मामला प्रकाश में आया की बिना बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत के इस तरीके का फर्जीवाड़ा संभव ही नहीं था। यूबीजीबी के मुजफ्फरपुर की क्षेत्रीय कार्यालय के परिचालन विभाग ने ब्रह्मपुरा थाने में गबन करने को लेकर प्राथमिकी दर्ज करायी है। दर्ज नामो में आरोपी तत्कालीन बैंक मैनेजर पटना के बिहार शरीफ निवासी कृति कुमारी,वर्तमान शाखा प्रबंधक प्रीति कुमारी,एक सहायक शाखा प्रबंधक उत्कर्ष श्रीवास्तव और ग्राहक बर्नाडेट लॉरेंस को आरोपित बनाया है।
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क्या बोले अधिकारी
उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक के चीफ ऑपरेशन मैनेजर राजन कुमार ने बताया की बैंक सरकार के पैसे का कस्टोडियम होता है। और सरकार का पैसा सुरक्षित रखना हमारी (बैंक की) जिम्मेदारी है। ऑडिट के दौरान यह मामला प्रकाश में आया है और हम लोगों ने संबंधित लोगों के विरुद्ध मुकदमा भी दर्ज करा दिया हैं। इनके विरुद्ध विभागीय कारवाई कर सस्पेंड कर दिया गया हैं।
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