NDA में सीट बंटवारा हो चुका है लेकिन सहयोगी दलों की नाराजगी खत्म नहीं हो रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सीट बंटवारे को लेकर नीतीश कुमार बेहद नाराज हैं. सीएम नीतीश कुमार कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा की क्लास लगाई है. जेडीयू की सीटिंग राजगीर सीट एलजेपी को देने से नीतीश कुमार आगबबूला बताए जा रहे हैं.
नीतीश कुमार क्यों हैं नाराज?
जानकारी के मुताबिक, नीतीश कुमार ने साफ कर दिया है कि किसी भी सूरत में राजगीर सीट पर जेडीयू चुनाव लड़ेगी. दरअसल राजगीर JDU की सिटिंग सीट है, लेकिन सीट बंटवारे में यह सीट LJP(R) इसे अपने खाते में चली गई, जिससे नीतीश कुमार बेहद नाराज हो गए हैं. इसी वजह से बात अटक गई है.
इसके साथ ही नीतीश कुमार मोरवा विधानसभा सीट और तारापुर विधानसभा सीट को लेकर विवाद है, ये दोनों सीटें लोजपा के पास हैं और इस सीट पर जेडीयू का कब्जा है. कहा जा रहा है कि JDU मोरवा सीट भी चिराग पासवान को नहीं देना चाहती है, हालांकि इस सीट से जेडीयू पिछला चुनाव हार गई थी. वहीं तारापुर विधानसभा सीट पर JDU की जीती हुई सीट है, जिस पर उसने 2020 में और उसके बाद हुए उपचुनाव दोनों में जीत हासिल की थी. माना जा रहा है कि चिराग भी अड़ गए हैं और नीतीश कुमार भी, यही वजह है कि NDA में गतिरोध बढ़ गया है.
NDA की प्रेस कांफ्रेंस भी टली
वहीं आज NDA की तरफ से साझा प्रेस कांफ्रेस होने वाली थी, इसे भी टाल दिया गया है. इसके बाद से ही NDA में सबकुछ ठीक ना होने की चर्चा होने लगी. जीतनराम मांझी ने तो खुद मीडिया के सामने आकर कह दिया कि उनके हिसाब से सीटें नहीं मिली हैं लेकिन जो भी मिली हैं, उस पर वह चुनाव लड़ेंगे और नरेंद्र मोदी के साथ रहेंगे.
यह भी पढ़ें: उम्मीदवार की दूसरी लिस्ट जारी होते ही प्रशांत किशोर को लगा झटका, बड़े नेता ने बदल लिया पाला
वहीं दिल्ली से लौटे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी ने पटना एयरपोर्ट पर बड़ा बयान दिया है. तेजस्वी यादव ने कहा कि सीट बंटवारे को लेकर सब कुछ ठीक है, बातचीत पूरी हो चुकी है. उन्होंने कहा कि एक या दो दिनों में सीट बंटवारे का औपचारिक ऐलान कर दिया जाएगा. एनडीए में चल रही खलबली पर उन्होंने कहा कि मुझे किसी पर टिप्पणी नहीं करनी है, 14 नवंबर के बाद बिहार विकास की नई दिशा में आगे बढ़ेगा और सबको सब कुछ मिलेगा.