बिहार विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही नेताओं के पार्टी बदलने का सिलसिला शुरू हो चुका है। इसी बीच यूट्यूबर से बीजेपी में शामिल हुए मनीष कश्यप अब जनसुराज में शामिल हो गए हैं। वह अब प्रशांत किशोर के साथ मिलकर राजनीति करेंगे। अब मनीष कश्यप का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह एक महिला पर चीखते-चिल्लाते दिखाई दे रहे हैं।
बताया जा रहा है कि एक महिला मनीष कश्यप से मदद मांगने पहुंची थी। इस पर वह भड़क गए और महिला पर चिल्लाने लगे। सामने आए वीडियो में देखा जा सकता है कि मनीष कश्यप महिला पर चीखते हुए कह रहे हैं कि अपने यहां के सांसद का पैर क्यों नहीं पकड़ती हो? मेरा पैर क्यों पकड़ रही हो?
‘जाओ विधायक, सांसद का पैर पकड़ो’
वह महिला से कह रहे हैं कि आपको उम्मीद है मनीष कश्यप से और वोट जाति के नाम पर विधायक को देते हैं। हम कुछ नहीं सुनेंगे। आपको बुरा लगे या अच्छा लगे, जाओ विधायक, सांसद का पैर पकड़ो। आपने विधायक को पत्र लिखा है? महिला ने कहा– हां, मैंने लिखा है। इस पर उन्होंने कहा कि दिखाओ पत्र, कहां है?
बिहार के युवाओं को अपनी मांग रखने का शानदार तरीका बताते हुए प्रोफेसर मनीष कश्यप।
अभी प्रिय खुरपेंच ने एक अभियान चलाया था जिसे प्रोफेसर साहब ने कुछ ज्यादा ही सीरियसली ले लिया, और सांसद और विधायक को टैग करने की जगह और आसान तरीका समझा दिया।
नोट -खुरपेंची सेना इस तरह की भाषा को कभी… pic.twitter.com/FFXf8g2rBx---विज्ञापन---— Janamejay Singh (@JanamejaySing18) July 2, 2025
मनीष कश्यप कह रहे हैं कि मुझ पर 18 केस हैं, सरकार कब उठाकर मुझे जेल में डाल दे, इसकी कोई गारंटी नहीं है। मेरी मजबूरी समझिए। इस दौरान महिला उनके सामने हाथ जोड़कर खड़ी थी। हालांकि, मनीष कश्यप ने अपनी मजबूरी बताते हुए मदद करने से इनकार कर दिया था। हालांकि यह वीडियो कब का है, इसकी जानकारी नहीं मिल रही है।
यह भी पढ़ें : बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप का बड़ा ऐलान, इस सीट से लड़ेंगे विधानसभा चुनाव
कौन हैं मनीष कश्यप?
मनीष कश्यप का असली नाम त्रिपुरारी तिवारी है। वह एक यूट्यूबर थे और समाजसेवी के तौर पर जाने जाते हैं। वह बिहार से जुड़े मुद्दों पर वीडियो बनाकर चर्चित हुए थे। पुणे से इंजीनियरिंग कर चुके मनीष कश्यप कुछ समय तक नौकरी करने के बाद बिहार में अपने वीडियो के जरिए लोगों की परेशानियों को उठाने लगे थे। एक वीडियो को लेकर तमिलनाडु पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज किया था। इस मामले में उनकी गिरफ्तारी हुई थी और वह कई महीने तक जेल में रहे थे।