Bihar Election 2025: बिहार चुनाव से पहले राष्ट्रीय लोक जनशक्ति (पशुपतिनाथ) को बड़ा झटका लगा है। रामविलास पासवान के साथी और पार्टी के फाउंटर मेंबर सूरजभान सिंह ने इस्तीफा दे दिया है। सूरजभान केंद्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थे। इतना ही नहीं, सूरजभान ने पार्टी पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं। आज दोपहर में ही पशुपति नाथ ने महागठबंधन से अलग होने का ऐलान किया है। शाम तक सूरजभान ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
सूरजभान सिंह ने इस्तीफा देते हुए कहा कि पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र पूरी तरह से समाप्त हो गया था। राष्ट्रीय नेतृत्व के द्वारा कोई भी निर्णय सामूहिक रूप से नहीं लिया जाता था। सूरजभान सिंह ने कहा कि जिस पार्टी को मैंने अपने जीवन काल में अपने दिवंगत नेता स्वर्ग रामविलास पासवान के साथ जुड़कर दो दशकों से पार्टी एवं संगठन को खड़ा करने का काम किया।
यह भी पढ़ें: बिहार चुनाव से पहले महागठबंधन को बड़ा झटका, लोक जनशक्ति पार्टी (पशुपति) ने थामा AIMIM का साथ
पूर्व सांसद सूरजभान सिंह ने कहा कि जिस पार्टी को मैंने अपने जीवन काल में अपने दिवंगत नेता स्वर्ग रामविलास पासवान के साथ जुड़कर दो दशकों से पार्टी एवं संगठन को खड़ा करने का काम किया। जब से मैंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की, उस समय से आज तक रामविलास पासवान के पार्टी के साथ मजबूती से खड़ा रहा। मेरे विरोध के बावजूद भी पार्टी को तोड़ा गया, फिर भी मैं पार्टी के साथ पूरी ईमानदारी से बना रहा।
पार्टी की शुरूआत पर बात करते हुए सूरजभान सिंह ने कहा कि स्वर्गीय रामविलास पासवान के हजारों लाखों कार्यकर्ताओं के मान सम्मान के लिए सूरजभान सिंह के कोई भी पद मायने नहीं रखता। रामविलास पासवान को विरासत की बचाने के लिए मैं कोई भी कुर्बानी दे सकता हूं। आज बड़े दुखी मन से व्यथित होकर अपने श्रद्धेय नेता रामविलास पासवान के द्वारा बनाई गई पार्टी को छोड़ रहा हूं। स्वर्गीय रामविलास पासवान के कार्यकर्ताओं के मान सम्मान एवं स्वाभिमान को बचाने हेतु पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं क्योंकि राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास पासवान के विचारधारा उनके सिद्धांतों एवं उनके विचारों से पूरी तरह से भटक गई है।
यह भी पढ़ें: Bihar Election 2025: महागठबंधन में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय, तेजस्वी यादव CM; क्या मुकेश सहनी बनेंगे डिप्टी?









