बिहार विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही महीनों का समय बचा है। इससे पहले राजनीतिक दलों ने तैयारियां तेज कर दी हैं। राष्ट्रीय जनता दल के तेजस्वी यादव आज दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात करेंगे। दोनों दल सीएम फेस और सीट बंटवारे को लेकर चर्चा करेंगे। बता दें कि महागठबंधन में आरजेडी और कांग्रेस के अलावा सीपीआई, सीपीआईएम, सीपीआई माले भी शामिल हैं। तेजस्वी यादव इस बैठक के लिए मंगलवार सुबह दिल्ली पहुंच गए। यहां पहुंचने पर उन्होंने कहा कि आज हमारी औपचारिक बैठक है। हम बिहार चुनाव के लिए रणनीतियों पर चर्चा करेंगे।
इस बैठक को लेकर आरजेडी से राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि यह एक औपचारिक बैठक है। हम कांग्रेस के सबसे पुराने सहयोगियों में से एक है। यह बैठक बिहार चुनाव के परिप्रेक्ष्य में आयोजित की गई है। चुनाव में 6-8 महीने बचा है, इसलिए इस पर चर्चा की जाएगी। विधानसभा चुनाव से पहले होने जा रही यह बैठक सबसे अहम है। पिछले कुछ समय से आरजेडी और कांग्रेस के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। ऐसे में यह बैठक सबसे महत्वपूर्ण है।
कांग्रेस को 70 सीटें दे सकती है आरजेडी
बिहार चुनाव से पहले दोनों दलों के बीच सीट बंटवारा एक अहम मुद्दा है। कांग्रेस और उसके नेता बार-बार यह कह चुके हैं कि उनकी पार्टी इस बार 100 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ेगी। जबकि आरजेडी कांग्रेस को 70 के आसपास सीटें देने को राजी है। ऐसे में अब देखना होगा कि तेजस्वी कांग्रेस को 100 से कम सीटों पर कैसे राजी करते हैं। कांग्रेस की मौजूदा स्थिति को देखते हुए वे कांग्रेस को 100 से कम सीटें देने के मुड में है। ताकि अधिक से अधिक सीटों पर तेजस्वी अपने उम्मीदवार उतार सके।
150 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है आरजेडी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपने नेताओं को सभी 243 सीटों पर रणनीति बनाने के लिए कह चुके हैं। ऐसे में यह बैठक बड़ी महत्वपूर्ण है। कांग्रेस के राज्य बढ़ते जनाधार से लालू यादव चिंतित है। लालू यादव चाहते हैं कि वह बिहार में कांग्रेस को कम से कम सीटें दें ताकि उनकी पार्टी 150 सीटों पर चुनाव लड़ सके। कांग्रेस रोजगार दो यात्रा के जरिए राज्य के युवाओं के बीच अपनी पैठ बढ़ाने में जुटी है। जबकि दूसरी ओर लालू यादव चाहते हैं कि तेजस्वी यादव को महागठबंधन सीएम फेस के तौर पर स्वीकार करे। जबकि कांग्रेस चाहती है कि चुनाव नतीजों के बाद ही सीएम फेस को लेकर बातचीत हो।
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खोया जनाधार पाने की कोशिश में कांग्रेस
सूत्रों की मानें तो इस बार कांग्रेस प्रदेश में अल्पसंख्यक, दलित और ओबीसी वोटर्स पर फोकस कर रही है। जोकि प्रदेश में परंपरागत तौर पर आरजेडी के वोटर्स माने जाते हैं। पार्टी की कोशिश है कि चुनाव से पहले वह अपने पुराने जनाधार को अपने पाले में करे। इसके लिए वह हरसंभव प्रयास कर रही है। बता दें कि बिहार चुनवा में इस बार इंडिया और एनडीए के बीच मुकाबला है। एनडीए में बीजेपी के अलावा जेडीयू, एलजेपी, हम और राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं।
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