बिहार के विकास में केंद्र और राज्य की सरकार यानी डबल इंजन की सरकार पूरी शिद्दत से लगी हुई है। इसी का नतीजा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फरवरी से जून में अब तक 4 बार बिहार आ चुके हैं और पांच कार्यक्रमों में शिरकत कर 54 हजार 400 करोड़ रुपये से अधिक की सौगात बिहार को दे चुके हैं। पीएम का दो दिवसीय 29 और 30 मई का कार्यक्रम भी शामिल है, जिसमें पटना में 29 मई की शाम को हुआ एक रोड शो भी शामिल है। इसी तरह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फरवरी से जून में अब तक करीब 26 ऐसे कार्यक्रम किए, जिसमें करोड़ों रुपये की योजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन या लोकार्पण किया गया है।
राजधानी को चमकाने पर ध्यान
इनमें आधा दर्जन से अधिक ऐसी योजनाएं शामिल हैं, जिन्हें राजधानी पटना को चमकाने में उपयोग किया गया है। इसमें सड़क से जुड़ी योजनाओं की संख्या अधिक है। पटना को खासतौर से मिली सौगातों में जेपी गंगा पथ के अंतिम चरण कंगन घाट से दीदारगंज तक का उद्घाटन हुआ। यह प्रोजेक्ट 3831 करोड़ रुपये का है।
– पटना के अशोक राज पथ पर करगिल चौक से साइंस कॉलेज तक 422 करोड़ रुपये की लागत से बना डबल डेकर फ्लाईओवर तैयार हो गया है। यह देश में अपनी तरह का पहला डबल डेकर फ्लाईओवर है।
– मीठापुर-महुली एलिवेटेड रोड, 1105 करोड़ रुपये की लागत से तैयार यह प्रोजेक्ट पटना में मीठापुर (भूपतिपुर) से शुरू होकर महुली (पुनपुन के पास) तक जाता है। इसकी लंबाई 8.7 किमी है।
– पटना में जीपीओ गोलंबर के पास 66.81 करोड़ रुपये की लागत से बने मल्टी मॉडल हब और 84.83 करोड़ रुपये अंडरग्राउंड सब-वे का उद्घाटन।
– पटना स्थित जेपी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का उद्घाटन। इसकी लागत 1200 करोड़ रुपये है और पीएम ने किया था उद्घाटन।
– 7166 करोड़ रुपये के ड्रेनेज समेत अन्य जलापूर्ति योजनाओं और भवन संरचनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन किया गया
– पटना में नमामि गंगे परियोजना के तहत पांच एसटीपी प्लांट का उद्घाटन। इसका पीएम ने उद्घाटन किया है।
– पीएमसीएच के 1117 बेड के नए भवन के एक हिस्से का उद्घाटन किया। इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 5540 करोड़ रुपये है।
– तिब्बी कॉलेज के नए भवन का शिलान्यास और कार्यारंभ किया गया है।
– कच्ची दरगाह से बिदुपुर तक गंगा पर छह लेन का पुल सह सड़क का उद्घाटन। योजना की लागत 4 हजार 988 करोड़ रुपये है।
85 हजार करोड़ की मिली योजना
अगर इस वर्ष सिर्फ मार्च से जून में अब तक डबल इंजन की सरकार के स्तर से कुल योजना राशि का आंकलन करें, तो यह 84 हजार 454 करोड़ रुपये से अधिक यानी करीब 85 हजार करोड़ रुपये की योजनाएं शामिल हैं। इसमें कई योजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं, कुछ नई योजनाएं शुरू की गई हैं, वहीं कुछ का शिलान्यास किया गया है, जो आने वाले कुछ महीनों या वर्षों में पूरी होंगी। इस 85 हजार करोड़ रुपये की योजनाओं में बड़ी संख्या सड़कों या पुलों से जुड़ी योजनाओं की है। इस राशि में सर्वाधिक राशि प्रधानमंत्री की 30 मई को बिक्रमगंज के दौरे में दी गई 48 हजार 500 करोड़ रुपये और 20 जून को सीवान में 5 हजार 900 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात शामिल है।
प्रमुख योजनाओं को किया गया शामिल?
– 5 मार्च को पीएम (ग्रामीण) आवास योजना के 3 लाख लाभुकों के खातों में सीएम ने 1200 करोड़ रुपये ट्रांसफर
– 12 मई को सीएम ने 12 हजार 105 किमी लंबी 6 हजार 938 सड़कों की मरम्मति कार्य का शुभारंभ किया। 8 हजार 716 करोड़ रुपये इसकी लागत है।
– 13 मई को बेगूसराय में 200 करोड़ रुपये से अधिक की 48 योजनाओं का शिलान्यास सीएम ने किया।
– 19 मई को आरा में 144 करोड़ 72 लाख रुपये की लागत से कृषि इंजीनियरिंग कॉलेज का शिलान्यास किया।
– 20 मई को सीएम ने मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना के तहत 1002 करोड़ रुपये की 1327 विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास किया।
– 9 जून को सीएम बख्तियारपुर के लखनपुर के पास घनसूरपुर से देदौर घाट तक गंगा के बहाव को वापस लाने की 342 करोड़ रुपये की योजना तैयार की।
– 13 जून को मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत 271 करोड़ रुपये सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत जारी किया।