Bihar News: बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है। मंगलवार को भाजपा नेता असीत नाथ तिवारी ने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है। असीत नाथ तिवारी ने इससे पहले कांग्रेस के ही प्रवक्ता थे। उन्होंने करीब एक साल पहले भाजपा जॉइन की थी। उन्होंने सदाकत आश्रम में बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार मौजूदगी दोबारा पार्टी जॉइन की है।
भाजपा नेतृत्व पर लगाया अमानवीयता का आरोप
सोमवार को असीत नाथ तिवारी ने फेसबुक पोस्ट कर भाजपा छोड़ने का ऐलान किया था। जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। मंगलवार को कांग्रेस में वापसी के बाद असीत नाथ ने मीडिया से भी बात की। उन्होंने भाजपा नेतृत्व पर अमानवीयता का आरोप लगाया है। असीत नाथ ने कहा कि मुजफ्फरपुर में एक नाबालिग बच्ची के साथ हुए रेप और उसकी मौत के मामले में पार्टी का रवैया बहुत संवेदनहीन रहा है जिससे वे बेहद आहत हैं।
भाजपा अध्यक्ष से लगाई थी मदद की गुहार
असीत नाथ तिवारी ने बताया कि पटना के एक अस्पताल बच्ची जिंदगी और मौत से जूझ रही थी। उस वक्त उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जयसवाल से फोन पर मदद की गुहार लगाई थी। लेकिन उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि तुम पत्रकार नहीं हो, हर सरकारी अस्पताल में ऐसे मरीज मिलते हैं।
सोशल मीडिया पर जारी किया था गुस्सा
उन्होंने आगे बताया कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की इस बात से आहत होकर उन्होंने सोशल मीडिया पर गुस्सा जाहिर करते हुए पोस्ट किया था। इसके बाद पार्टी के नेताओं ने उन पर पोस्ट डिलीट करने का दबाव बनाया। लेकिन उन्होंने पोस्ट नहीं हटाया। जबकि भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल को अपना पोस्ट हटाना पड़ा था।
भाजपा की कार्यशैली पर उठाते रहे हैं सवाल
यह पहली बार नहीं था जब असीत नाथ तिवारी ने सवाल उठाया था। इससे पहले भी असीत कई बार भाजपा की कार्यशैली को लेकर सवाल उठाते रहे हैं। वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़े जाने के पक्ष में नहीं थे। भाजपा द्वारा नीतीश के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद से वे पार्टी से नाराज चल रहे थे।