लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियां शुरू हो गई हैं। प्रशांत कुमार के पूर्व रणनीतिकार बद्री नाथ भी इस चुनाव में हाथ आजमाने की तैयारी में है। वह यूपी में स्थानीय सांसदों का मुद्दा लेकर मैदान में उतरे हुए हैं। घोसी नव निर्माण मंच की टीम राज्य में घूम-घूमकर इस मुद्दे को उठा रही है।
घोसी नव निर्माण मंच के प्रधान कार्यालय पर “क्षेत्रीय मुद्दों पर आधारित क्षेत्रीय सांसद” आभियान को लोगों तक पहुंचाने लिए प्लानिंग बन रही है। इसके लिए आयोजित बैठक में लोकसभा के हर हिस्से से आए कार्यकर्ता शिरकत कर रहे हैं। इस आभियान की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें सभी जाति, बिरादरी और धर्म के लोग जुड़ रहे हैं। मंच के लोग इसे जनता का मंच बता रहे हैं। यह मंच दिन में जनसभा करता है और सुबह एवं शाम को अलाव सभा करके लोगों के बीच जागरूकता फैलाने का कार्य कर रहा है।
दरअसल, 25 अगस्त 2023 को मऊ जिले के 100 जागरूक लोगों ने मिलकर दिल्ली में इस मंच की स्थापना की थी। इस मंच ने घोसी लोकसभा की बदहाली के लिए जिम्मेदार तत्वों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। टीम के सदस्य घोसी नव निर्माण मंच की जर्सी पहनकर गावों में जाते हैं और लोगों को क्षेत्रीय मुद्दों पर आधारित क्षेत्रीय सांसद बनाने के लिए लोगों को जोड़ते हैं। अब तक इस अभियान से जुड़ने के लिए 82000 लोगों का मिस्ड कॉल आ चुकी है। साथ ही इसके फेसबुक पेज से 87000 लोग जुड़ चुके हैं।
मंच के संस्थापक बद्री नाथ ने बताया कि कल्पनाथ राय की मृत्यु के बाद मऊ जिला अनाथ हो गया है। क्षेत्र में कोई कार्य नहीं हो रहा है। सांसद गायब हो गए हैं। बाहरी सांसदों की क्षेत्र में अनुपस्थिति से जनता की सुनवाई नहीं हो रही है, इसलिए हमें हमारा नेता चाहिए। हमारा नेता होगा तो हमारी जनता के कार्य होने लगेंगे।
घोसी नव निर्माण मंच टीम के अहम सदस्य केबी कॉन्वेंट स्कूल के मैनेजर शैलेंद्र सिंह ने बताया कि हर गांव में में वे ग्राम अध्यक्ष बना रहे हैं। ये अध्यक्ष अपनी 25 सदस्यों की समिति बना रहे हैं। यही टीम हर गावों में बद्री नाथ की सभा करवाती है। हम हर गांव में जागरूकता अभियान चलाएंगे।