श्रीगंगानगर: राजस्थान के घड़साना कस्बे में एक वकील द्वारा कथित तौर पर आत्महत्या किए जाने के मामले में सरकार ने दो सीआई और 6 पुलिसकर्मियों को किया सस्पेंड कर दिया है। एसपी आनंद शर्मा ने घड़साना एसएचओ सीआई मदनलाल बिश्नोई, रावला के तत्कालीन सीआई सुरेंद्र पचार,उपनिरीक्षक कल्पना, एएसआई कमल मीना, एचसी बंशीलाल और कांस्टेबल जगमोहन मीना को सस्पेंड कर दिया है।
एडवोकेट की आत्महत्या के मामले को लेकर वकील के परिजनों ने आरोप लगाया था कि मादक पदार्थ के खिलाफ आवाज उठाने के लिए उसे स्थानीय पुलिस द्वारा प्रताड़ित किया था। इसके बाद परिजनों ने शव लेने से इनकार करते हुए आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। इस मामले में राज्य में अनेक शहरों तथा कस्बों में अधिवक्ताओं ने सोमवार को प्रदर्शन किया था।
एसपी आनंद शर्मा ने बताया कि, ‘सात पुलिसकर्मियों को कल रात निलंबित कर दिया गया, जिसके बाद परिवार के सदस्य शव लेने के लिए राजी हो गए हैं।’ जांच के लिए पत्रावली एसओजी (SOG) को भेजी गई है।
राज्य मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान
वहीं, अब इस मामले पर राज्य मानवाधिकार आयोग ने लिया स्व:प्रेरित प्रसंज्ञान लिया है। आयोग के अध्यक्ष जस्टिस गोपालकृष्ण व्यास ने घटना को बेहद गंभीर बताया और बीकानेर रेंज के IG से 9 सितंबर तक तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है। अब इस मामले पर आयोग 9 सितम्बर को सुनवाई करेगा।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के घड़साना में बढ़ रहे नशे के व्यापार को लेकर आवाज उठाने वाले एक वकील ने सुसाइड कर लिया। वकील की मौत से नाराज लोगों ने आज घड़साना बाजार पूरी तरह बंद रहा है।