नई दिल्ली: सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का फाइनल मैच मुंबई ने जीत लिया है। यह पहली बार ही जब मुंबई ने सैयद मुश्ताक अली की ट्रॉफी जीती है। सरफराज खान की धुआंधार पारी खेली। उनकी पारी की हर कोई तारीफ कर रहा है। दवाब में भी सरफराज खान टिके रहे। मुंबई टीम के 7 विकेट 119 पर गिर गए थे, लेकिन सरफराज ने एक छोर संभाले रखा और मुंबई की जीत दिला दी।
फाइनल मुकाबले में टॉस हारने के बाद हिमाचल ने पहले बल्लेबाजी करते हुए मुंबई के सामने 144 रन का टारगेट दिया। जिसे मुंबई की टीम ने सात विकेट खोकर इसे हासिल कर लिया। मुंबई ने पहली बार सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी जीती है। सरफराज खान ने नाबाद 36 रनों की पारी खेली। घरेलू क्रिकेट में सरफराज खान का बल्ला खूब बोल रहा है। रणजी हो या ईरानी ट्रॉफी रनों का अंबार लगा दिया है।
सरफराज की टीम इंडिया में जगह पक्की
सरफराज के घरेलू क्रिकेट में रिकॉर्ड की बात करें तो वह अभी तक 29 मैच में करीब 80 से भी अधिक की औसत से 2928 रन बना चुके हैं। इस दौरान उन्होंने 10 शतक और 8 अर्धशतक जड़े हैं। फर्स्ट क्लास क्रिकेट के औसत की बात की जाए, तो सरफराज सिर्फ दिग्गज डॉन ब्रैडमैन से पीछे हैं। ऐसे में वे जल्द भारतीय टेस्ट टीम में दिख सकते हैं। सरफराज खान का लगातार बेहतर प्रदर्शन उनकी टीम इंडिया की दावेदारी को मजबूत करता है।
मैच का हाल
मैच की बात करें तो हिमाचल के बल्लेबाजों ने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की। 10 रन के स्कोर पर पहला विकेट गिरा और 20 के स्कोर पर दो बल्लेबाज पवेलियन लौट गए। हिमाचल के लिए एकांत सेन ने 29 गेंद में 37 रन बनाए। अंत के ओवरों में मयंक डागर ने 12 गेंद में 21 रन बनाकर अपनी टीम का स्कोर 143 रन तक पहुंचा दिया। मुंबई के ऑलराउंडर ने मैच में गदर मचा दिया। ऑलराउंडर तनुष कोत्यान ने काफी बेहतरीन गेंदबाजी की और 3 बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा।
लक्ष्य का पिछा करने उतरी मुंबई की भी शुरुआत खराब रही। पृथ्वी शॉ 11 और कप्तान रहाणे एक रन बनाकर आउट हो गए। जायसवाल 28 गेंद में 27 रन और श्रेयस अय्यर 26 गेंद में 34 रन बनाकर आउट हो गए। मैच आखिर में रोमांचक हो गया। सरफराज खान ने लड़ाई जारी रखी और मुंबई को जीत दिला दी।