नई दिल्ली: बीसीसीआई ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए भारत की टीम की घोषणा करते समय अजिंक्य रहाणे पर भरोसा जताया था। रहाणे ने लगभग डेढ़ साल तक टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला था, लेकिन केएल राहुल और श्रेयस अय्यर के चोटिल होने और आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए शानदार फॉर्म दिखाने वाले रहाणे को बोर्ड ने मौका देने का फैसला किया।
गांगुली ने उठाया सवाल
फाइनल में रहाणे ने भारत के लिए पहली पारी में 89 रन बनाकर और दूसरी पारी में 46 रन बनाकर चयनकर्ताओं का भरोसा जीता। हालांकि टीम इंडिया इस मुकाबले को हार गई, लेकिन चयनकर्ताओं ने न केवल उन्हें वेस्ट इंडीज दौरे के लिए फिर से चुना बल्कि उन्हें उप-कप्तान भी बना दिया। आमतौर पर भारत में उप-कप्तान युवा होते हैं, जिन्हें यह सोचकर पद दिया जाता है कि वह भारत के अगले कप्तान होंगे, लेकिन कुछ एक्सपर्ट्स को यह कॉल थोड़ा हटकर लग रही थी। इस फैसले से आश्चर्यचकित होने वालों में भारत के पूर्व कप्तान और पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली भी शामिल हैं, जिन्होंने रहाणे को उप-कप्तान बनाए जाने पर सवाल उठाया।
रवींद्र जडेजा उम्मीदवार
जब गांगुली से पूछा गया कि क्या शुभमन गिल उप-कप्तानी के लिए विकल्प हैं तो उन्होंने पीटीआई से कहा- ”हां, मुझे ऐसा लगता है। मैं नहीं कहूंगा कि यह एक कदम पीछे है। आप 18 महीने तक बाहर रहे हैं, फिर आप एक टेस्ट खेलते हैं और आप उप-कप्तान बन जाते हैं। मुझे इसके पीछे की विचार प्रक्रिया समझ में नहीं आती। रवींद्र जडेजा लंबे समय से वहां हैं और टेस्ट मैचों में निश्चित हैं, वह एक उम्मीदवार हैं।” गांगुली ने चयनकर्ताओं को एक महत्वपूर्ण सलाह दी है। उन्होंने कहा- मेरी एक ही बात है कि ‘चयन गर्म या ठंडा’ नहीं होना चाहिए। चयन में निरंतरता होनी चाहिए।
वेस्ट इंडीज दौरे पर भारत की टेस्ट टीम:
रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, ऋतुराज गायकवाड़, विराट कोहली, यशस्वी जयसवाल, अजिंक्य रहाणे (उप कप्तान), के.एस.भरत (विकेटकीपर),ईशान किशन (विकेटकीपर), आर.अश्विन, रविंद्र जडेजा, शार्दुल ठाकुर, अक्षर पटेल, मोहम्मद सिराज, मुकेश कुमार, जयदेव उनादकट, नवदीप सैनी।