नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए मशहूर रहे। सहवाग के नाम टेस्ट क्रिकेट में एक भारतीय बल्लेबाज द्वारा सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड भी दर्ज है। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2008 में 319 रन की विस्फोटक पारी खेली थी। सहवाग कई मौकों पर अकेले के दम पर गेंदबाजी आक्रमण का सामना करते थे और भारत को मजबूत स्कोर तक ले जाते थे। ऐसा ही एक मैच 2008 में हुआ जब भारत ने श्रीलंका का दौरा किया था। श्रृंखला के दूसरे टेस्ट के दौरान सहवाग दूसरे छोर से विकेट गिरने के बाद 201 रन बनाकर नाबाद रहे। जबकि केवल दो अन्य बल्लेबाज ही दहाई का आंकड़ा पार कर सके। उनकी शानदार पारी ने भारत को 329 के स्कोर तक पहुंचाया। इसके बाद भारत ने गाले में श्रीलंका को 170 रनों से हरा दिया।
मुझे स्वार्थी क्यों होना चाहिए?
YouTuber रणवीर अल्लाहबादिया के साथ एक चैट के दौरान सहवाग ने याद किया कि अगर पारी में 11 वें नंबर के बल्लेबाज ईशांत शर्मा ने उनसे एक रन लेने के लिए नहीं कहा होता तो वह और भी ज्यादा रन बना सकते थे। सहवाग ने कहा- मूल प्रश्न ड्रेसिंग रूम में नकारात्मक प्रभावों के बारे में था। खराब वाइब्स इस अर्थ में हैं कि कुछ रन बनाना चाहते हैं, लेकिन दूसरों को विफल भी करना चाहते हैं। बड़े होकर हमेशा चाहता था कि मैं और सामने वाला दोनों रन बनाएं। जो भी बेहतर होगा उसे अंततः चुना जाएगा। ऐसे में मुझे स्वार्थी क्यों होना चाहिए?
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ईशांत 2 गेंद नहीं टिक सके
सहवाग ने कहा- मैं आपको एक कहानी सुनाता हूं। मैं 199 पर बल्लेबाजी कर रहा था। ईशांत शर्मा मेरे साथी थे। मुझे पता था कि ईशांत मुरलीधरन और अजंता मेंडिस को नहीं खेल सकते। मैं उस टाइम स्वार्थी हो सकता था और 200 रन बनाने के बाद एक रन लेकर ईशांत को स्ट्राइक दे सकता था, लेकिन मैंने स्ट्राइक अपने पास रखी और मुरलीधरन के खिलाफ पांच गेंदें खेलकर आखिरी गेंद पर एक रन ले लिया। ईशांत मेरे पास आए और बोले, ‘भैया मैं खेलूंगा। आप बेवजह डर रहे हैं’। मैंने कहा ठीक है। मैंने 200 रन बनाए। एक सिंगल लिया, अपना स्कोर 201 पर पहुंचा और उसे स्ट्राइक दे दी। ईशांत 2 गेंद नहीं टिक सके। फिर मैंने उससे पूछा- ‘तो तुमने उन्हें खेल लिया? तुम्हारा काम खत्म?’
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मेरे लिए 200 रन बनाना महत्वपूर्ण नहीं था
सहवाग ने आगे कहा- यहां मैं सोच रहा था कि मैं स्कोरबोर्ड में और रन जोड़ सकता हूं और उसने कहा कि वह उन गेंदबाजों का सामना कर लेगा। मेरे लिए 200 रन बनाना महत्वपूर्ण नहीं था। मैं चाहता था कि मैं स्ट्राइक पर रहूं और टीम के लिए अधिक से अधिक रन बनाऊं। इसलिए इस मौके पर ये मेरा स्वार्थ नहीं था। भारत ने श्रीलंका को 292 रन पर आउट कर दिया। दूसरी पारी में 50 रन बनाकर भारत ने 269 रन बनाए। 307 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए श्रीलंकाई बल्लेबाज हरभजन सिंह की शानदार गेंदबाजी के आगे लड़खड़ा गए। ईशांत ने भी शानदार गेंदबाजी की थी।
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