Ashes 2023 Ball Change Controversy: एशेज सीरीज 2023 के तहत खेले गए आखिरी मुकाबले के दौरान 37वें ओवर में बदली गई गेंद पर घमासान मचा हुआ है। उसी दिन ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने इस पर सवाल उठाकर जांच की मांग कर दी थी। हालांकि इसके बाद आईसीसी को सफाई देने आना पड़ा, लेकिन अब गेंद बनाने वाली कंपनी ड्यूक्स के मालिक ने इस पर अपना बयान जारी किया है। दरअसल, इस बात पर संदेह जताया गया है कि जिस गेंद को बदला गया, वह पांच साल पुरानी हो सकती है। ये पिछली गेंद की तुलना में काफी नई लग रही थी।
कंपनी के मालिक खुद करेंगे जांच
ड्यूक गेंद बनाने वाली कंपनी ब्रिटिश क्रिकेट लिमिटेड के मालिक दिलीप जजोदिया ने कोड स्पोर्ट्स को बताया- “मैं खुद जांच करने जा रहा हूं, क्योंकि यह मुझे प्रभावित करेगा। मेरा नाम दांव पर है इसलिए यह जरूरी है कि वे गेंद के साथ कुछ गलत न करें।” दरअसल, अंग्रेजी खेमे में चर्चा है कि जिस गेंद को बदला गया वह ड्यूक के 2018 या 2019 बैच का हिस्सा हो सकती है। ये सीम गेंदबाजों के लिए मुफीद होती है। हालांकि जजोदिया ने कहा कि इसकी संभावना नहीं है।
Surprised your captain didn’t tell the umpires that the ball change was against the spirit of the game and demand an older ball………
Oh that’s right silly me, he takes the ‘moral’ high ground only when it suits him! pic.twitter.com/tHjPMG85nl— Trav (@tcb934) July 31, 2023
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‘मुझे नहीं लगता कि वे जोखिम उठाएंगे’
जजोदिया ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि वे अलग तारीख वाली गेंद को वहां डालने का जोखिम उठाएंगे।” “सच कहूं तो मैच रेफरी को इस मामले में शीर्ष पर होना चाहिए। हम उस नंबर को काफी जोर से दबाते हैं, इसलिए भले ही ‘गोल्ड’ निकल जाए, गेंद पर छाप पड़ जाती है।” जजोदिया ने आगे कहा कि उनकी कंपनी ईसीबी या आईसीसी के बजाय सीधे वेन्यू पर गेंदें उपलब्ध कराती है। उन्होंने कहा- सीजन शुरू होने से पहले सरे को हमसे गेंदों की आपूर्ति मिलती है। फिर वे उन्हें हिट करना शुरू कर देते हैं, जिससे वे खराब हो जाती हैं। मेरे विचार में वे शायद इसे उतनी सटीकता से नहीं कर रहे हैं।”
आईसीसी ने दी थी ये सफाई
आईसीसी प्रवक्ता ने कहा था- आईसीसी मैचों में अंपायरों द्वारा लिए गए निर्णयों पर टिप्पणी नहीं करता। हालांकि, हम पुष्टि कर सकते हैं कि प्रत्येक मैच की शुरुआत से पहले सभी गेंदों का चयन किया जाता है और जब इसकी आवश्यकता होती है, तो मैच अधिकारी उस गेंद को चुनते हैं जो बदली जाने वाली गेंद की स्थिति के सबसे करीब होती है।
ख्वाजा ने अंपायर दी थी जानकारी
दरअसल, ये पूरा विवाद मूल गेंद और बदली गई बॉल के रंग को लेकर है। नई गेंद गहरे लाल रंग की थी और इसके किनारे पर अक्षर भी दिखाई दे रहे थे। ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज ख्वाजा ने अंपायरों को यह बात बताई थी।