Rohit-Kohli Ranji Trophy: न्यूजीलैंड और फिर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फ्लॉप शो के बाद हर कोई विराट कोहली और रोहित शर्मा को घरेलू क्रिकेट में खेलने की सलाह दे रहा है। कोहली आखिरी बार डोमेस्टिक क्रिकेट में हिस्सा लेने साल 2012 में उतरे थे। यानी तकरीबन 13 साल से विराट रणजी ट्रॉफी में खेलते हुए दिखाई नहीं दिए हैं। सुनील गावस्कर, इरफान पठान और खुद टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर का कहना है कि सीनियर प्लेयर्स को खराब फॉर्म से पीछा छुटवाने के लिए रणजी के रण में उतरना चाहिए। कोहली-रोहित के रणजी में खेलने को लेकर युवराज सिंह से भी सवाल दागा गया। युवी ने भी यही नसीहत दी कि अगर प्लेयर चोटिल नहीं है और उनके पास समय है तो घरेलू क्रिकेट जरूर खेलना चाहिए।
जरूर खेलें घरेलू क्रिकेट
एक इवेंट के दौरान युवराज सिंह से रोहित-कोहली के रणजी में हिस्सा लेने को लेकर सवाल पूछा गया। इसके जवाब में युवी ने कहा, “घरेलू क्रिकेट में खेलना बहुत महत्वपूर्ण है। अगर आप चोटिल नहीं हैं और आप पर समय है, तो हर किसी को डोमेस्टिक क्रिकेट खेलना चाहिए।” रोहित और विराट के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा। 5 पारियों में हिटमैन सिर्फ 6 की औसत से महज 31 रन ही बना सके थे।
हर तरफ हो रही अपनी आलोचना की वजह से रोहित आखिरी टेस्ट में खुद प्लेइंग 11 से बाहर बैठ गए थे। पर्थ में लगाई गई सेंचुरी को छोड़कर कोहली भी रनों के लिए तरसते हुए दिखाई दिए थे। कोहली ने 9 पारियों में कुल मिलाकर सिर्फ 190 रन ही बनाए थे। ऑफ स्टंप से बाहर जाती हुई गेंदें विराट के लिए काल बन गई थीं और वह आठ बार एक ही तरह से आउट होकर पवेलियन लौटे थे।
घरेलू क्रिकेट में उतरेंगे भारतीय खिलाड़ी
ऑस्ट्रेलिया में फ्लॉप शो के बाद भारतीय टीम के कई खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट में हिस्सा लेने की तैयारी कर रहे हैं। देवदत्त पडिक्कल विजय हजारे ट्रॉफी में कर्नाटक की तरफ से खेल रहे हैं। वहीं, ऋषभ पंत भी दिल्ली की ओर से अगला रणजी मुकाबला खेलते हुए दिखाई देंगे। शुभमन गिल पंजाब की तरफ से रंग जमाते हुए नजर आएंगे। वहीं, मोहम्मद शमी लगातार घरेलू क्रिकेट में अपनी फिटनेस साबित करके भारतीय टीम में लौटे हैं।