IND vs ENG: भारत में क्रिकेट एक खेल नहीं बल्कि इमोशन है। इस देश में लोगों के बीच कई असहमतियां हो सकती हैं। लेकिन बात जब भारत में क्रिकेट की लोकप्रियता की हो तो इस पर किसी को कोई संदेह नहीं हो सकता। भारत में हर साल आयोजित होने वाली रणजी ट्रॉफी में सैकड़ों खिलाड़ी भाग लेते हैं। लेकिन कितने खिलाड़ी इस प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन कर भारतीय टीम के लिए खेल पाते हैं।
ये सवाल आज भी परेशान करता है। बहरहाल अब इन बातों को विराम देते हुए बढ़ते हैं उस खिलाड़ी की तरफ, जिसने रणजी ट्रॉफी 2024-25 में सबसे ज्यादा रन ठोककर अपना हुनर पूरी दुनिया को दिखाया। लेकिन सवाल ये है कि क्या इस खिलाड़ी को शानदार प्रदर्शन के बाद भी इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम में मौका मिलेगा?
छोटा पैकेट बड़ा धमाका है ये खिलाड़ी
मुश्किलें हैं रास्ते में, पर सफलता का इरादा है, हौंसला बुलंद है, मैं अपने सपनों की बातें करता हूं| ये कथन विदर्भ के 24 साल के युवा बल्लेबाज यश राठौड़ पर सटीक बैठती है, जिन्होंने इस सीजन रणजी में सबसे ज्यादा शतक ठोका और इतिहास भी रच दिया। यश विदर्भ के लिए मिडिल ऑर्डर में खेलते हैं। उन्होंने इस सीजन अपनी टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने के अलावा टूर्नामेंट में भी सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बने। उन्होंने 10 मैच में 53.33 की शानदार औसत के साथ 960 रन बनाए।
इस दौरान इस खिलाड़ी ने 5 शतक के अलावा 3 अर्धशतक अपने नाम कर लिए। लेकिन क्या इस प्रदर्शन का इनाम यश को मिलेगा? इस सवाल का जवाब अगर हम पूर्व में ढूंढने जाएं तो हमें निराशा के सिवा कुछ भी हाथ नहीं लगेगा। ऐसा हम क्यों कह रहे हैं इसका जवाब आपको नीचे मिल जाएगा।
साल 2023-24 रणजी सीजन, गुजरात के 28 वर्षीय युवा बल्लेबाज रिकी भुई, जिसने 8 मैचों में 75.16 की शानदार औसत के साथ 902 रन बनाए, जिसमें 4 शतक के अलावा 3 अर्धशतक शामिल थे। लेकिन क्या हुआ? इस खिलाड़ी को न तो भारतीय टीम में जगह मिली और न कहीं रिकी भारतीय कैंप में नजर आए। ऐसे कई उदाहरण हैं, जो आपको भारतीय घरेलू क्रिकेट में मिल जाएंगे।
कहानी यहीं खत्म नहीं होती है दोस्त, साल 2022-23 में मयंक अग्रवाल भी रणजी ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बने थे। उनके बल्ले से 9 मैच में 82.50 की औसत से 990 रन निकले थे। नतीजा क्या हुआ, न ही मयंक की टीम इंडिया में वापसी हुई और न ही इस खिलाड़ी को किसी अन्य इंटरनेशनल प्रतियोगिता में देखा गया।
Ranji Rewind ⏪
With 933 runs, Yash Rathod has had a dream season, leading Vidarbha’s batting charge 🙌
With 5 💯s & 3 5️⃣0️⃣s, he’s been the man for all situations 🧊
As we near the final, relive 📽️ his magnificent knock of 151 vs Mumbai in semis 🔥#RoadToFinal | #RanjiTrophy pic.twitter.com/dpBfitDCcz
— BCCI Domestic (@BCCIdomestic) February 25, 2025
खून पसीने बहाकर रणजी खेलने का क्या फायदा?
अपने राज्य का प्रतिनिधित्व करना इतना भी आसान नहीं है। करोड़ों की जनसंख्या वाला हर दूसरा राज्य और उनमें कई हजार बच्चे जो अपने राज्य की ओर से प्रतिनिधित्व कर भारत के लिए खेलने का सपना संजोते हैं। उनसे पूछिए रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए कितने पापड़ बेलने पड़ते हैं। ये कहना तो बहुत आसान है कि रणजी में रन बनाना और विकेटों की झड़ी लेना कोई बड़ी बात नहीं।
अगर रणजी ट्रॉफी इतनी भी आसान होती तो शायद रोहित शर्मा, जो जम्मू कश्मीर के खिलाफ रणजी ट्रॉफी 2024-25 में भाग लेते हुए दोनों ही पारियों में फ्लॉप हो गए। वह शतक बना सकते थे। हिटमैन के बल्ले से 3 और 28 रन निकले थे। दूसरा हालिया उदाहरण विराट कोहली का मिल जाएगा,जो रेलवे के खिलाफ खेले गए रणजी ट्रॉफी मुकाबले में 16 गेंदों में 15 रन बनाकर क्लीन बोल्ड हो गए। बहरहाल वो दिन कब आएगा, जब रणजी ट्रॉफी में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ियों को इनाम के तौर पर भारतीय कैप पहनने का मौका मिलेगा।