Chinnaswamy Stampede: आरसीबी के पहली बार चैंपियन बनने के जश्न में भंग पड़ गया। चिन्नास्वामी में अपने चहेते खिलाड़ियों को एक झलक पाने आए फैन्स भगदड़ में बुरी तरह फंस गए। 11 लोगों ने अपनी जान गंवा दी, तो 33 से ज्यादा फैन्स घायल हो गए। अब सवाल यह उठ रहा है कि इस भगदड़ के लिए आखिर जिम्मेदार कौन है? 17 साल का सूखा खत्म तो हुआ, लेकिन इस सेलिब्रेशन में कई परिवार उजड़ गए। 1983 विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा रहे सैयद किरमानी ने इस दर्दनाक हादसे के लिए आरसीबी को ही जिम्मेदार ठहरा डाला है। किरमानी का कहना है कि अगर चैंपियन बनने के लिए आरसीबी इतना लंबा इतंजार कर सकती थी, तो इस सेलिब्रेशन को भी थोड़े दिन रुककर किया जा सकता था।
चिन्नास्वामी में भगदड़ के लिए आरसीबी जिम्मेदार?
भारत के पूर्व विकेटकीपर ने इंडिया टुडे के साथ बातचीत करते हुए कहा, ” इस हादसे में जान गंवान वाले लोगों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। यह आईपीएल चैंपियन का भयावह स्वागत था। हमारे समय में इस तरह का मीडिया हाइप नहीं था और कोई टीवी नहीं था और ना ही इस तरह की चीजें थीं, जिसके कारण ऐसा हादसा हो। मेरे हिसाब से आरसीबी ने चैंपियन बनने के लिए 17 साल इंतजार किया, तो अभी भी कुछ दिनों का वेट करना चाहिए था, चीजों को सैटल होने देना चाहिए था। इसके बाद आरसीबी के हीरोज को सम्मानित करने के लिए इवेंट का आयोजन करना चाहिए था।”
मदन लाल का भी फूटा गुस्सा
इस दर्दनाक हादसे को लेकर पूर्व भारतीय क्रिकेटर मदन लाल ने भी अपना गुस्सा जाहिर किया। उन्होंने ‘आईएएनएस’ से बातचीत करते हुए कहा, “लोग इस घटना या विराट कोहली को कभी नहीं भूलेंगे। जब लोग बाहर मर रहे थे, तब अंदर जश्न मनाया जा रहा था। यह वाकई चौंकाने वाला और निराशाजनक है। मृतकों के परिवारों को इस दुखद दुर्घटना के लिए आरसीबी और राज्य सरकार पर 100 करोड़ रुपये का मुकदमा करने पर विचार करना चाहिए। बीसीसीआई भी जिम्मेदारी से बच रहा है।”