Prithvi Shaw Shashank: जिस बल्लेबाज की तुलना एक समय पर सचिन तेंदुलकर से की जाती थी, जिसकी बल्लेबाजी में लारा की झलक दिखाई देती थी, वो भारतीय बैटर गुमनाम सा हो गया है। खराब फिटनेस और अनुशासन की कमी ने बैटर के करियर को तहस-नहस कर डाला है। आप समझ ही गए होंगे कि हम बात पृथ्वी शॉ की कर रहे हैं। शॉ के लिए क्रिकेट की फील्ड से कोई भी अच्छी खबर नहीं आ रही है। घरेलू क्रिकेट में बल्ला खामोश चल रहा है, तो खराब फिटनेस पर लगातार सवाल खड़े किए जा रहे हैं। इस बीच, शॉ के समर्थन में शशांक सिंह उतरे हैं। शशांक का कहना है कि अगर शॉ खुद में थोड़ा सुधार करेंगे, तो यह उनके और भारतीय क्रिकेट दोनों के लिए अच्छा होगा।
शॉ पर क्या बोले शशांक?
शशांक सिंह ने एक यूट्यूब चैनल के साथ बातचीत करते हुए कहा, “पृथ्वी शॉ अंडररेटेड हैं। अगर वह अपने बेसिक पर वापस लौट जाएंगे, तो वह कुछ भी हासिल कर सकते हैं। मैं उनको तब से जानता हूं जब वह 13 साल के थे। मैंने उनके साथ क्लब क्रिकेट खेली थी। अगर आप मुझसे पूछेंगे कि उनके साथ क्या गलत हो रहा है, तो कुछ चीजों को लेकर उनका पर्सपेक्टिव अलग है। शायद वह अपने वर्क एथिक्स में बदलाव कर सकते हैं। शायद वह रात में 10 या 11 बजे सो सकते हैं और अपनी डाइट में सुधार कर सकते हैं। अगर वह चीजों को स्वीकार करके उन्हें बदल लें, तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए सबसे अच्छी बात होगी।”
शॉ का बल्ला पूरी तरह से खामोश
शशांक ने आगे कहा, “शायद वह कुछ बदलाव पहले से ही कर रहे हैं। उन्हें मेरी सलाह की जरूरत नहीं है। उनको सलाह देने वाले पहले से ही 10 अच्छे लोग मौजूद हैं।” शॉ का बल्ला भी लंबे समय से खामोश चल रहा है। सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट में भी शॉ कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके थे और उन्होंने 9 मैचों में 21 के मामूली औसत से सिर्फ 197 रन बनाए। वहीं, विजय हजारे टूर्नामेंट में भी पृथ्वी के बल्ले से एक भी अर्धशतक तक नहीं निकल सका था। शॉ ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच साल 2021 में खेला था। इसके बाद से वह भारतीय टीम में अपनी जगह बनाने में नाकाम रहे हैं। इस बार आईपीएल के मेगा ऑक्शन में भी शॉ को कोई खरीदार नहीं मिल सका।