Paris Olympic 2024: पेरिस ओलंपिक में जेंडर चेंज करवाने वाले मुक्केबाजों को लेकर नए विवाद सामने आ रहे हैं। अल्जीरिया की जेंडर चेंज करवाने वाली मुक्केबाज इमान खलीफ को लेकर विवाद बढ़ रहा है। लड़के जैसी क्षमता वाली इस बॉक्सर का मुकाबला इटली की मुक्केबाज एंजेला कैरिनी के खिलाफ करा दिया गया। जिसमें उन्होंने महज 46 सेकंड में ही मैच जीत लिया था। अब इसी तरह का एक और नया बवाल सामने आया है।
ये विवाद ताइवान की बॉक्सर लिन यू-टिंग को लेकर सामने आया है। लिन ने 22 साल की सिटोरा टर्डीबेकोवा को तीन राउंड में शिकस्त दी। इसके बाद सिटोरा ने लिन से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि एक पुरुष के जैसे क्षमता वाली बॉक्सर लिन की भागीदारी के विरोध में उन्होंने यह कदम उठाया है। खास बात यह है कि इमान का विवाद सामने आने के बाद भी ओलंपिक के अधिकारियों ने 55 किग्रा वर्ग में ये मुकाबला करवाया। लिन की उम्र 28 साल है और वह दो बार की विश्व चैंपियन रह चुकी हैं। लिन इससे पहले भी कई मामलों में चर्चा में रही हैं।
“Woman” Imane Kehlif will be boxing for the Algeria women’s team at the Paris 2024 Olympics. If you enjoy watching male on female violence this is for you. pic.twitter.com/B4fJfkjmL0
— Lorna (@lorcaat) July 28, 2024
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जेंडर टेस्ट में फेल हो चुकी हैं इमान खलीफ
बता दें कि 2023 में इमान खलीफ लिंग परीक्षण में फेल हो चुकी हैं। अब उनके रिकॉर्ड के कारण अधिकारियों के बीच गर्मागर्म बहस सोशल मीडिया पर देखने को मिल रही है। इटली की मुक्केबाज वेल्टरवेट राउंड ऑफ 16 के मुकाबले में नहीं टिक सकीं। हालांकि कैरिनी का कहना है कि वे मुकाबले को हार के तौर पर नहीं देख रही हैं। कैरिनी के अनुसार ये मैच काफी मुश्किल था। खलीफ के सिर्फ एक पंच ने उनकी चिनस्ट्रैप को उखाड़ दिया। उनकी शॉर्ट्स खून से लथपथ हो गई।
.@DM_Maureen_ ‘The 2024 Paris Olympics will forever, and rightly, be marred’ Read more: https://t.co/m2Zr8JMVVN pic.twitter.com/zFcPP3iOBd
— Daily Mail US (@DailyMail) August 1, 2024
खलीफ ने 2 साल पहले जीता था रजत पदक
कैरिनी मुकाबले के बाद रिंग से बाहर बैठी दिखी थीं। अल्जीरियाई मुक्केबाज ने 2022 में विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था। लेकिन पिछले साल नई दिल्ली में स्वर्ण पदक मुकाबले से कुछ ही घंटे पहले उनके खेलने पर रोक लगा दी गई थी। खलीफ अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (IBA) के नियमों पर खरा नहीं उतर सकी थीं। वहीं, अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) ने IBA के फैसले पर आपत्ति जताई थी। उनको ओलंपिक खेलों के लिए हरी झंडी दी थी। पेरिस में 40 सेकंड में ही रिंग छोड़ने के फैसले को लेकर कैरिनी ने कहा कि नाक की चोट के कारण उन्होंने ऐसा किया। ये विवाद सोशल मीडिया पर छाया हुआ है।
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