Pak vs Eng 2nd test: पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच मुल्तान में खेले गए टेस्ट मैच में पाकिस्तान के दो स्पिन गेंदबाजों, सजिद खान और नोमान अली ने इतिहास रच दिया। इस मैच में दोनों ने मिलकर इंग्लैंड के 20 विकेट गिराए। इस तरह से पाकिस्तान ने 1987 के बाद पहली बार दो स्पिनरों के पांच-पांच विकेट लेने की दुर्लभ उपलब्धि हासिल की। ये पाकिस्तान के इतिहास में सातवां ऐसा मौका था, जब दो गेंदबाजों ने मिलकर 20 विकेट लिए।
टेस्ट मैच में दो गेंदबाजों द्वारा 20 विकेट लेने के ऐतिहासिक मौके
टेस्ट क्रिकेट में 20 विकेट लेना किसी भी टीम के लिए जीत की गारंटी जैसा होता है, लेकिन अगर यह कारनामा सिर्फ दो गेंदबाज मिलकर करें, तो यह वाकई ऐतिहासिक बन जाता है। कुछ चुनिंदा टेस्ट मुकाबलों में ऐसा खास अवसर देखने को मिला है, जब सिर्फ दो गेंदबाजों ने सभी विकेट लिए।
1902: एम नोबल (13) और एच ट्रंबल (7) ने इंग्लैंड के खिलाफ मेलबर्न में 20 विकेट लिए।
1909: सी ब्लायथ (11) और जी हर्स्ट (9) ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बर्मिंघम में 20 विकेट झटके।
1910: बी वोगलर (12) और ए फॉल्कनर (8) ने इंग्लैंड के खिलाफ जोहान्सबर्ग में 20 विकेट हासिल किए।
1956: जे लेकर (19) और टी लॉक (1) ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैनचेस्टर में विकेट लिए।
1956: एफ महमूद (13) और खान मोहम्मद (7) ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कराची में शानदार प्रदर्शन किया।
1972: बी मैसी (16) और डेनिस लिली (4) ने इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में 20 विकेट गिराए।
2024: सजिद खान (9) और नोमान अली (11) ने इंग्लैंड के खिलाफ मुल्तान में कमाल किया।
पाकिस्तान के स्पिनरों के बेमिसाल रिकॉर्ड्स
अब्दुल कादिर, 9/56 – 1987, लाहौर: कादिर ने इस मैच में इंग्लैंड के खिलाफ अपनी धुआधार गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए 9 विकेट लिए।
यासिर शाह, 8/41 – 2018, दुबई: यासिर शाह ने न्यूजीलैंड के खिलाफ इस मैच में शानदार गेंदबाजी करते हुए 8 विकेट लिए और टीम को जीत दिलाई।
सजिद खान, 8/42 – 2021, मीरपुर: सजिद ने बांग्लादेश के खिलाफ इस मैच में 8 विकेट लेकर अपने करियर की सबसे बेहतरीन गेंदबाजी की।
नोमान अली, 8/46 – 2024, मुल्तान: नोमान ने इंग्लैंड के खिलाफ इस हालिया मैच में 8 विकेट लेकर टीम को महत्वपूर्ण जीत दिलाई।
साकलैन मुश्ताक, 8/164 – 2000, लाहौर: साकलैन ने इस मैच में इंग्लैंड के खिलाफ 8 विकेट लिए, जो उनकी बेहतरीन स्पिन गेंदबाजी का उदाहरण था।
इंग्लैंड के खिलाफ पाकिस्तान के अब तक के सबसे शानदार मैच आंकड़े
अब्दुल कादिर, 13/101 – लाहौर, 1987: यह मैच पाकिस्तान के लिए एक ऐतिहासिक पल था, जहां कादिर ने इंग्लैंड के खिलाफ 13 विकेट लिए।
फजल महमूद, 12/99 – द ओवल, 1954: महमूद ने इस मैच में इंग्लैंड के बल्लेबाजों को चकमा देते हुए 12 विकेट लिए, जो उनके करियर की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है।
नोमान अली, 11/147 – मुल्तान, 2024: इस हालिया मैच में, नोमान ने इंग्लैंड के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करते हुए 11 विकेट लिए, जिससे पाकिस्तान को जीत दिलाई।
अबरार अहमद, 11/234 – मुल्तान, 2022: अबरार ने इस मैच में इंग्लैंड के बल्लेबाजों को परेशान करते हुए 11 विकेट हासिल किए, जो उनकी शानदार गेंदबाजी का सबूत था।
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में एक पारी के सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड्स
अब्दुल कादिर (9/56): 1987 में लाहौर में अब्दुल कादिर ने इंग्लैंड के खिलाफ 9 विकेट लेकर 56 रन दिए, जो उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था।
नोमान अली (8/46): 2024 में मुल्तान में नोमान अली ने इंग्लैंड के खिलाफ शानदार गेंदबाजी करते हुए 8 विकेट लेकर सिर्फ 46 रन दिए।
साक़लैन मुश्ताक (8/164): 2000 में लाहौर में साकलैन मुश्ताक ने इंग्लैंड के खिलाफ 8 विकेट लेकर 164 रन दिए थे, यह एक यादगार गेंदबाजी प्रदर्शन रहा।
मुल्तान में टेस्ट पारी में धमाल मचाने वाले खिलाड़ियों के टॉप आंकड़े
नोमान अली (8/46): 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ मुल्तान में नोमान अली ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 8 विकेट लिए और सिर्फ 46 रन दिए।
सजिद खान (7/111): 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ सजिद खान ने मुल्तान में 7 विकेट लेकर 111 रन दिए, यह एक बेहतरीन प्रदर्शन था।
अबरार अहमद (7/114): 2022 में इंग्लैंड के खिलाफ अबरार अहमद ने मुल्तान में 7 विकेट लेकर 114 रन दिए थे, जो उनकी शानदार गेंदबाजी का नमूना था।
दानिश कनेरिया (6/42): 2001 में बांग्लादेश के खिलाफ दानिश कनेरिया ने मुल्तान में 6 विकेट लेकर सिर्फ 42 रन दिए थे, यह उनके करियर का यादगार प्रदर्शन रहा।
इस मैच में पाकिस्तान के स्पिन गेंदबाजों ने फिर से साबित कर दिया कि वे टेस्ट क्रिकेट में बड़ा बदलाव ला सकते हैं। नोमान अली और सजिद खान की शानदार गेंदबाजी से इंग्लैंड की टीम को दूसरे टेस्ट मैच में धूल चटा दी और कई विकेट चटकाए। उनकी गेंदबाजी ने पाकिस्तान को मजबूत स्थिति में ला दिया और इस मैच को खास बना दिया। दोनों गेंदबाजों की सटीक गेंदबाजी ने दिखाया कि स्पिन गेंदबाज, खासकर एशिया की पिचों पर, कितना असर डाल सकते हैं।