Rohit Sharma Retirement: भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने शनिवार को अपने रिटायरमेंट को चल रही तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा है कि वो सिडनी टेस्ट के बाद टेस्ट क्रिकेट से संन्यास नहीं लेने जा रहे हैं। भारतीय कप्तान ने खराब फॉर्म के कारण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट से खुद को बाहर रहने का फैसला किया, जिससे यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि यह उनके टेस्ट करियर का आखिरी टेस्ट है।
🚨 ROHIT SHARMA CONFIRMS HE IS NOT RETIRING ANYTIME SOON. 🚨
---विज्ञापन---Rohit said, “runs are not coming now, but not guaranteed it’ll not come 5 months later. I’ll work hard”. pic.twitter.com/Hte8VT74kW
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) January 4, 2025
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रोहित ने की फ्यूचर को लेकर बात
रोहित ने सिडनी टेस्ट मैच के दूसरे दिन लंच ब्रेक के दौरान ब्रॉडकास्टर को दिए गए एक इंटरव्यू में अपने टेस्ट भविष्य के बारे में अटकलों को खत्म कर दिया। शर्मा ने इस इंटरव्यू में निकट भविष्य के लिए अपनी योजनाओं पर भी बात की। रोहित ने कहा कि उन्होंने खराब फॉर्म के कारण केवल इस मैच के लिए प्लेइंग इलेवन से हटने का फैसला किया है और खेल से दूर जाने की उनकी कोई योजना नहीं है।
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मैं इस खेल से दूर नहीं जा रहा हूं- रोहित
रोहित शर्मा ने स्टार स्पोर्ट्स पर कहा, ‘यह संन्यास का फैसला नहीं है। मैं इस खेल से दूर नहीं जा रहा हूं। लेकिन मैंने इस मैच से दूर रहने का फैसला इसलिए लिया क्योंकि मैं बल्ले से रन नहीं बना पा रहा था। इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि मैं 2 महीने या 5 महीने बाद रन बना पाऊंगा। मैंने बहुत क्रिकेट देखा है। हर मिनट, हर सेकंड और हर रोज जिंदगी बदलती है। मेरा मानना है कि चीजें बदलेंगी लेकिन साथ ही मुझे रियलिस्टिक भी होना चाहिए। कमेंट्री बॉक्स में बैठे लोग या हाथ में लैपटॉप लेकर लिखने वाले लोग यह तय नहीं करेंगे कि मेरी जिंदगी कैसी होगी।’
यह संन्यास का फैसला नहीं है- रोहित
उन्होंने आगे कहा, ‘मैं इस बात पर विश्वास नहीं करता कि 6 महीने या 4 महीने में क्या होगा। मैं हमेशा वर्तमान में रहता हूं और सोचता हूं कि अभी क्या करने की जरूरत है। यह संन्यास का फैसला नहीं है। मैं मैच से बाहर हूं क्योंकि मैं फॉर्म में नहीं था। जीवन हर रोज बदलता है और मुझे पूरा विश्वास है कि चीजें बदलेंगी। हालांकि मुझे खुद के प्रति सच्चा होना चाहिए और रियलिस्टिक भी होना चाहिए। मैं समझदार हूं। मैच्योर हूं और 2 बच्चों का पिता हूं। इसलिए मुझे पता है कि कब क्या करना है। आपको यह समझने की जरूरत है कि टीम को क्या चाहिए। अगर आप टीम के बारे में नहीं सोचते हैं तो आप उस तरह के खिलाड़ी नहीं चाहते हैं। हम इसे एक टीम कहते हैं, इसलिए हमेशा इस बारे में सोचें कि टीम को क्या चाहिए।’
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