Kuldeep Yadav: भारत और इंग्लैंड के बीच सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच 2 जुलाई से खेला जाना है। इस मैच की मेजबानी एजबेस्टन का मैदान करता हुआ नजर आएगा। एजबेस्टन में आजतक टीम इंडिया को एक भी जीत नसीब नहीं हो सकी है। टीम इस ग्राउंड पर सिर्फ एक ही मैच ड्रॉ करा सकी है, जो 1986 में खेला गया था। हेडिंग्ले में मिली हार के बाद भारत की प्लेइंग 11 में बदलाव करने की भी मांग उठ रही है। पूर्व दिग्गज खिलाड़ी कुलदीप यादव को दूसरे टेस्ट में खिलाने की जमकर वकालत कर रहे हैं। आइए आपको समझाते हैं कि क्यों कुलदीप एजबेस्टन में टीम इंडिया के लिए ट्रंप कार्ड साबित हो सकते हैं।
क्यों कुलदीप को खिलाना जरूरी?
दरअसल, दूसरा टेस्ट मैच एजबेस्टन में खेला जाना है। अभी तक बर्मिंघम में हर दिन अच्छी धूप खिल रही है। टेस्ट मैच के चार दिन भी मौसम के बेईमान होने की कोई चांस नहीं हैं। ऐसे में टेस्ट के तीसरे दिन लगातार पिच पर धूप पड़ने की वजह से दरारें पैदा हो जाएंगी। इन दरारों का फायदा स्पिन गेंदबाजों को मिलता है। इन स्पॉट पर गेंद पड़ने के बाद किसी भी तरफ काटा बदल लेती है। इसके साथ ही टेस्ट के अंतिम दो दिन तो स्पिनर्स की गेंद भी खूब घूमती है।
अब अगर कुलदीप को प्लेइंग 11 में खेलना का मौका मिलता है, तो वह अपनी कलाई का जादू एजबेस्टन में बिखेर सकते हैं। इंग्लिश बल्लेबाजों के पास कलाई के स्पिनर्स को खेलने का ज्यादा अनुभव भी मौजूद नहीं है। ऐसे में कुलदीप कप्तान गिल के लिए तुरुप के इक्का साबित हो सकते हैं।
पिछले 6 साल में सिर्फ दो टेस्ट
कुलदीप यादव ने पिछले 6 साल में घर के बाहर सिर्फ दो ही टेस्ट मैच खेले हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि कुलदीप ने इन दोनों ही मैचों में पंजा खोला है। यानी पांच विकेट अपनी झोली में डाले हैं। 2019 में सिडनी के मैदान पर खेले गए टेस्ट मैच में कुलदीप ने कंगारू बैटिंग ऑर्डर को घुटने पर ला दिया था। वहीं, 2022 में भी उन्होंने कुछ ऐसा ही कमाल बांग्लादेश के खिलाफ भी करके दिखाया था। इस टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने बड़ी जीत का स्वाद चखा था। विदेशी सरजमीं पर कुलदीप ने अब तक 4 टेस्ट मैच खेले हैं और इस दौरान उनकी झोली में कुल 18 विकेट आए हैं।