Space Scientist Found Hungry Quasar Black Hole: अंतरिक्ष वैज्ञानिकों को ब्रह्मांड में सबसे चमकदार चीज मिली है, जो करीब 12 अरब साल पुरानी बताई जा रही है और सूर्य से 17 गुना बड़ी है। इस चीज को ब्लैक होल कहते हैं। इसका नाम है क्वासर J0529-4351, जिसे आज तक का सबसे ‘भूखा’ ब्लैक होल बताया जा रहा है कि क्योंकि यह एक दिन में एक सूर्य के बराबर गैस निगल जाता है और एक साल में 370 सूर्य निगल लेता है। वैज्ञानिकों ने इसे ब्रह्मांड की अब तक की सबसे चमकीली वस्तु बताया है, क्योंकि इसका द्रव्यमान इसे 500 ट्रिलियन गुना ज्यादा चमकीला बनाता है।
New
Astronomers have discovered the brightest object in the universe. Quasar J0529-4351 is 500 trillion times brighter than the Sun.
More: https://t.co/DWaBI7v2ao pic.twitter.com/azDKM31fz2— Black Hole (@konstructivizm) February 20, 2024
---विज्ञापन---
नजदीक आने वाली हर चीज निगल रहा ब्लैक होल
ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने यूरोपीय दक्षिणी वेधशाला (ESO) में लगे वेरी लार्ज टेलीस्कोप (VLT) के जरिए तलाशा है। वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि क्वासर ब्लैक होल इतना बड़ा है कि यह ब्रह्मांड में किसी भी अन्य वस्तु की तुलना में बहुत अधिक एनर्जी उत्सर्जित कर रहा है। यह विशाल ब्लैक होल अपने आस-पास आने वाली हर चीज को निगल रहा है और उस दर से बढ़ रहा है, जिसका अंदाजा कोई भी नहीं लगा सकता। खगोलशास्त्री क्रिश्चियन वुल्फ कहते हैं कि हमने आज तक के सबसे तेजी से बढ़ने वाले ब्लैक होल की खोज की है, जो सबसे हिंसक और एक राक्षस जैसा है।
Astronomers discover universe’s brightest object – a quasar powered by a black hole that eats a sun a day https://t.co/LR9OzWx84f #Quasar #SpaceExploration #Universe #Australia #ANU #ESO #Telescope #BlackHole
— Gavin in Transit (@HappinessPatrol) February 20, 2024
ब्लैक होल से उत्सर्जित चीजें घेरा बनाकर घूम रहीं
वैज्ञानिकों के अनुसार, क्वासर ब्लैक होल दूर से एक तारे जैसा दिखता है। यह हमारे ग्रह पृथ्वी से इतना दूर है कि हमें इसे देखने में 12 अरब साल लग गए। ब्रह्मांड की उम्र इस समय 13.8 अरब वर्ष है। पिछले साल ओटावा विश्वविद्यालय के राजेंद्र गुप्ता ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिसमें दावा किया गया था कि ब्रह्मांड लगभग 26.7 अरब वर्ष पुराना हो सकता है। इसी ब्रह्मांड में आकाशगंगाओं में ब्लैक होल बने हैं जो अपने अत्यधिक गुरुत्वाकर्षण खिंचाव का उपयोग करके आस-पास की चीजों को निगल जाते हैं। यह ब्लैक होल जो कण और विकिरण उत्सर्जित करते हैं, वह इसके आस-पास घेरा बनाकर घूमते रहते हैं।