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8 अरब साल बाद धरती पर पहुंचा सिग्नल, इतना रहस्यों से भरा कि वैज्ञानिक भी हैरान

एफआरबी का अध्ययन करना बहुत चुनौती भरा होता है। अध्ययन से पता चलता है कि एफआरबी ब्रह्मांड में सामान्य घटनाएं हैं।

Edited By : News24 हिंदी | Updated: Feb 22, 2024 16:28
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Space Science News: वैज्ञानिकों ने ब्रह्मांड में बहुत दूर से आ रहे एक सिग्नल को रिकॉर्ड किया है, जिसे हम तक यानी पृथ्वी तक पहुंचने में आठ अरब साल लग गए। वैज्ञानिकों की एक टीम ने इसका पता लगाया है। उनके लिए यह रहस्य का विषय बना हुआ है कि यह कहां से आ रहा है यानी इसका स्रोत क्या है। साइंस जर्नल में प्रकाशित एक पेपर में यह बात कही गई है। इसके मुताबिक एक खास तरह के सिग्नल फास्ट रेडियो बर्स्ट (FRP) एक ब्रह्मांडीय घटना है। टीम इस नतीजे पर पहुंची कि आज के समय के दूरबीनों से हम लगभग आठ अरब साल पुराने एफआरबी का पता लगा सकते हैं।

यह अभी तक देखे गए सबसे दूर और ज्यादा उर्जा वाले सिग्नल में से एक हैं। 2007 में पहले एफआरबी को खोजा गया था। इसके बाद से दूर ब्रम्हांड से आने वाली ऐसी सैकड़ों सिग्नल्स का पता लगाया जा चुका है। साइंस जर्नल में गुरुवार को प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक, FRB 20220610A नाम का विस्फोट एक मिलीसेकंड से भी कम समय तक चला।

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एफआरबी का अध्ययन करना बहुत चुनौती भरा होता है। ऊर्जा के इन बड़े विस्फोटों की वजह के बारे में अभी पता नहीं चल पाया है। अध्ययन से पता चलता है कि एफआरबी ब्रह्मांड में सामान्य घटनाएं हैं।

एफआरबी रेडियो तरंगों की तीव्रता ज्यादा ह, लेकिन ये छोटी होती हैं। वे हमारे सेल फोन या माइक्रोवेव से निकलने वाली रेडिएशन की तरह हैं। हालांकि वे ब्रह्मांड में दूर के स्रोतों से उत्पन्न होते हैं। एफआरबी बहुत दुर्लभ हैं। दुनिया के सबसे संवेदनशील रेडियो, टेलीस्कोप और कंप्यूटिंग सिस्टम होने के बावजूद भी खगोलविदों के लिए एफआरबी का पता लगाना बहुत ज्यादा चुनौती भरा है और यह बहुत मुश्किल काम है।

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स्विनबर्न यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के नए अध्ययन के लेखक रयान शैनन ने न्यूजवीक को बताया कि एफआरबी “एक सेकंड के केवल एक छोटे से हिस्से तक ही टिकते हैं।” शेनन ने आगे बताया कि “ज्यादातर एफआरबी रिपीट नहीं होते हैं। इसका मतलब है कि अगर हम समझना चाहते हैं कि वे क्या हैं या वे कहां से आते हैं तो हमें तुरंत प्रतिक्रिया देने और पृथ्वी के पास से इसके गुजरते समय सेकंड के कुछ हजारवें हिस्से में ही उनके बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी इकट्ठा करने की जरूरत है।” एसोसिएट प्रोफेसर शैनन का कहना है कि इनका उपयोग आकाशगंगाओं के बीच पदार्थ का पता लगाने और ब्रह्मांड की संरचना को बेहतर ढंग से समझने के लिए किया जा सकता है।

नए अध्ययन में पाया गया FRB अब तक पता लगाया गया सबसे अलग और पुराना है। ज्यादा उर्जा वाली FRB लगभग आठ अरब वर्ष पहले असामान्य रूप से उत्पन्न हुई थी। लेखकों के मुताबिक इस नई खोज से ब्रह्मांड के बारे में नए डेटा का पता चलता है।

(hiboost.com)

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Written By

News24 हिंदी

Edited By

rahul solanki

First published on: Oct 20, 2023 06:11 PM

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