Chandrayaan 3 Latest Update: चंद्रयान-3 को लेकर रोजाना नई-नई जानकारियां सामने आ रही हैं, जो काफी रोमांचक भी हैं। पिछले करीब एक सप्ताह से चांद से ली गई तस्वीरें भी भारतीय अनुसंधान संगठन (इसरो) अपने ट्वीटर हैंडल से लगातार शेयर कर रहा है। इस कड़ी में चंद्रयान-3 के कैमरों से ली गई पृथ्वी और चांद की ताजा तस्वीरें भी जारी की गई, जो बहुत साफ हैं। लोग इन्हें देखकर इसरो की तारीफ भी कर रहे हैं।
इस बीच ताजा जानकारी यह सामने आ रही है कि चंद्रयान-3 चंद्रमा की आर्बिट में पहुंच चुका है और इसके बाद यह लगातार चंद्रमा के चारों की आर्बिट में भ्रमण करते हुए उनके नजदीक जाने के लिए कक्षा को कम कर रहा है। वहीं, यह भी जानकारी सामने आ रही है कि चंद्रमा का हाईवे आने वाले समय में अभी और व्यस्त होने वाला है। आगामी कुछ समय में छह सक्रिय चांद आर्बिट्स रास्ते में कई अन्य के साथ हलचल का केंद्र बनेंगे।
नासा का लूनर रिकॉनेशेंस आर्बिटर (एलआरओ), नासा के ARTEMIS के तहत THEMIS मिशन, भारत का चंद्रयान-3 मिशन के अलावा, कोरिया का पाथ फाइंडर लूनर आर्बिटर (केपीएलओ) और नासा का कैपस्टोन है। ये सभी चांद की राह में ट्रैफिक बढ़ाएंगे।
रूस का मिशन भी बढ़ाएगा चांद पर ट्रैफिक
रूस का लूना 25 मिशन 10 अगस्त को लॉन्च हो चुका है और इसके आगामी 16 अगस्त तक चंद्रमा की कक्षा में पहुंचने की उम्मीद है। लूना 25 मिशन का लक्ष्य चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव का पता लगाना है। यह 47 साल के अंतराल के बाद चंद्रमा की सतह पर रूस की वापसी का प्रतीक है। लूना-25, 100 किमी की ऊंचाई वाली कक्षा में चंद्र कक्षाओं में शामिल होगा। 21-23 अगस्त 2023 के बीच चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला है।
गौरतलब है कि जून 2009 में एलआरओ लॉन्च किया गया था। एलआरओ 50-200 किमी की ऊंचाई पर चंद्रमा की परिक्रमा करता है। यह चांद के सरफेस का हाई-रिज़ॉल्यूशन मैप भेजता रहता है।