Chandra Grahan 2025: साल का पहला चंद्र ग्रहण बहुत खास होने वाला है क्योंकि 3 साल के बाद लाल चांद देखने को मिलेगा। जी हां, जिसे अंग्रेजी में ब्लड मून और हिन्दी भाषा में पूर्ण चंद्र ग्रहण कहा जाता है। खगोलीय घटनाओं में दिलचस्पी रखते हैं तो मार्च में साल का पहला ब्लड मून देख सकेंगे, लेकिन निराशा की बात ये है कि भारत में रहने वालों के लिए ये संभव नहीं हो सकेगा। 13-14 मार्च को लगने वाला पूर्ण चंद्र ग्रहण भारत में नहीं लगेगा अन्य देशों में देखा जा सकता है। आइए जानते हैं कि कितने तरीके के चंद्र ग्रहण होते हैं? मार्च में ब्लड मून कब और देखा जा सकेगा? ब्लड मून देखने का समय क्या है?
कितने तरह के चंद्र ग्रहण होते हैं?
- पूर्ण चंद्र ग्रहण- पृथ्वी की छाया से जब चंद्रमा पूरी तरह से ढक जाता है और लालिमा दिखता है।
- आंशिक चंद्र ग्रहण- पृथ्वी की छाया में जब चंद्रमा का कुछ भाग आता है।
- उपछाया चंद्र ग्रहण- पृथ्वी की हल्की छाया जब चंद्रमा पर पड़ती है और चंद्रमा हल्का अंधकार जैसा दिखता है।
साल का पहला पूर्ण चंद्र ग्रहण कब?
13-14 मार्च 2025 को पूर्ण चंद्र ग्रहण दिखाई देगा जिसे ब्लड मून कहा जाएगा। इस ग्रहण को उत्तर और दक्षिण अमेरिका में देखा जाएगा। लगभग 5 घंटे तक पूर्ण चंद्र ग्रहण लगेगा। इस दौरान सिर्फ 65 मिनट ब्लड मून देखने को मिलेगा। इस दौरान चांद एकदम लाल रंग का देखने को मिलेगा।
कहां-कहां देख सकेंगे चंद्र ग्रहण?
- उत्तर अमेरिका
- अलास्का
- हवाई
- पश्चिमी यूरोप
- ऑस्ट्रेलिया
- न्यूजीलैंड
पूर्ण चंद्र ग्रहण को देखने का समय
- पश्चिमी अमेरिका- 13 मार्च को रात 11 बजकर 26 मिनट से 12 बजकर 32 मिनट तक पूर्ण चंद्र ग्रहण देख पाएंगे।
- उत्तरी अमेरिका के पूर्वी क्षेत्र- 14 मार्च को रात 02 बजकर 26 मिनट से 03 बजकर 32 मिनट तक पूर्ण चंद्र ग्रहण देख पाएंगे।
कब दिखेगा साल 2025 का दूसरा चंद्र ग्रहण?
13-14 मार्च 2025 के बाद साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 7-8 सितंबर को देखने को मिलेगा। दूसरा चंद्र ग्रहण, पूर्ण चंद्र ग्रहण ही होगा और इसे भारत में रहने वाले भी देख सकेंगे। बता दें कि चंद्र ग्रहण को नग्न आंखों से देखा जा सकता है। इसके लिए सूर्य ग्रहण को देखने के दौरान बरतने वाली सावधानियां अपनाने की जरूरत नहीं होती है।
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