Black hole spinning Astronomers discovered first direct evidence: शंघाई एस्ट्रोनॉमिकल ऑब्जर्वेटरी के खगोलविदों ने अंतरिक्ष में ब्लैक होल के घूमने का पहला ठोस सबूत खोजा है। वैज्ञानिकों का कहना है कि आकाशगंगा में मेसियर 87 (M87) अन्य सुपरमैसिव ब्लैक होल की तरह ध्रुवों से लगभग प्रकाश गति से अंतरिक्ष अंतरिक्ष में छोड़े गए जबरदस्त जेट हैं। ब्लैक होल को अंतरिक्ष का राक्षस कहा जाता है। इससे निकलने वाली उर्जा प्रकाश की गति से ब्राह्मांड में दौड़ रही हैं। ये जेट ऐसे लगता है कि जैसे वह शैतान का हथियार हो।
घूमने से मिलता है जेटों को ईंधन
वैज्ञानिकों का मानना है कि ब्लैक होल के घूमने से इन ब्रह्मांडीय जेटों को ईंधन मिलता है, लेकिन अभी तक इसका कोई प्रत्यक्ष प्रमाण नहीं मिला है। द गार्जियन के अनुसार, ब्लैक होल की तस्वीर इवेंट होराइज़न टेलीस्कोप द्वारा ली गई है। जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने अब तक के सबसे दूर के सक्रिय सुपरमैसिव ब्लैक होल का पता लगाया है।
करीब से ब्लैक होल को देखने की जरूरत
शंघाई एस्ट्रोनॉमिकल ऑब्जर्वेटरी के प्रमुख लेखक डॉ. रु-सेन लू के अनुसार वैज्ञानिकों को पता चला है कि ब्लैक होल के आसपास के क्षेत्र से जेट उत्सर्जित होते हैं। लेकिन हम अभी भी पूरी तरह से नहीं समझ पाए हैं कि यह कैसे होता है। उन्होंने कहा कि उन्हें जेट की उत्पत्ति को यथासंभव ब्लैक होल के करीब देखने की जरूरत है।
M87 धरती से 55 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर है। जो सूर्य से 6.5 बिलियन गुना अधिक विशाल है। विशेषज्ञों के मुताबिक इनमें से कुछ सामान ब्लैक होल में गिर जाएगा और हमेशा के लिए गायब हो जाएगा।
क्या आगे भी बढ़ सकता है ब्लैक होल?
द गार्जियन से बात करते हुए यूसीएल के एक खगोल भौतिकीविद् डॉ जिरी यूनसी ने कहा कि यह रोमांचक है क्योंकि यह हमें बता रहा है कि यह केवल तभी आगे बढ़ सकता है जब ब्लैक होल में गैर-शून्य स्पिन हो। यह स्पिन की अप्रत्यक्ष लेकिन बेहद मजबूत पुष्टि है।
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