कई लोग घर में पालतू जानवर पालने के शौकीन होते हैं। वहीं, कुछ लोग अपना अकेलापन दूर करने के लिए जानवर पालते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कौन सा जानवर पालना शुभ होता है? धार्मिक शास्त्रों में कई ऐसे जानवर बताए गए हैं, जिनको घर में रखने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है। धार्मिक शास्त्रों की मानें तो जानवर आपके घर की विपत्ति को खुद के ऊपर ले लेते हैं। इस कारण जानवरों को पालने से घर में दुखों का आगमन नहीं हो पाता है।
हर जानवर को पालने का एक नियम भी बताया गया है। इसके साथ ही यह भी बताया गया है कि कौन सा व्यक्ति किन जानवरों को नहीं पाल सकता है। हर इंसान के लिए सभी जानवर शुभ हों, ऐसा मुमकिन नहीं है। इस कारण कई शास्त्रों में इनको पालने को लेकर कुछ नियम भी बताए गए हैं। आइए जानते हैं कि कौन सा जानवर पालना शुभ होता है।
गाय
गाय को हिंदू धर्म में बेहद पूजनीय माना जाता है और इसे देवी लक्ष्मी का रूप भी कहा जाता है। इनको पालने से घर में पॉजिटिव एनर्जी बढ़ती है। गाय के गोबर और गौमूत्र का उपयोग शुद्धिकरण के लिए किया जाता है। गरुड़ पुराण और वास्तु शास्त्र के अनुसार जो लोग मांस और शराब का सेवन करते हैं उनको गाय नहीं पालनी चाहिए। वैसे तो देसी गाय पालना बेहद शुभ होता है। वहीं, अगर आपके घर में जगह की समस्या है तो आप आंध्र प्रदेश में मिलने वाली पुंगनूर गाय को पाल सकते हैं। ये दुनिया की सबसे छोटी गाय की प्रजाति है। इसके साथ ही केरल की वेचुर गाय को भी पाल सकते हैं। इन गायों की लंबाई 3 से 4 फीट और पुंगनूर गाय की 1 से 2 फीट होती है। हालांकि इनकी कीमत 1 लाख के करीब भी हो सकती है।
कुत्ता
बृहद संहिता और वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में कुत्ता पालना भी शुभ होता है। इसको भैरव जी का वाहन माना जाता है। घर में कुत्ता रखने से नकारात्मक शक्तियों से बचाव होता है। वहीं, जो लोग शनिदोष, राहु-केतु के प्रभाव से ग्रस्त होते हैं, उनको काला कुत्ता नहीं पालना चाहिए। मानसिक तनाव से परेशान लोगों को आक्रामक नस्ल का कुत्ता नहीं पालना चाहिए।
मछलियां
घर में मछलियां पालने से मन शांत रहता है और धन बढ़ता है। इसके साथ ही समृद्धि भी आती है। वहीं, जिन लोग मछली खाते हैं, उनको कभी भी इसे पालना नहीं चाहिए।
कछुआ
कछुआ भगवान विष्णु के कूर्म अवतार से जुड़ा हुआ है। इस कारण इसे भगवान विष्णु का प्रतीक माना जाता है। फेंगशुई के अनुसार कछुआ धन, दीर्घायु और शांति का प्रतीक है। जल तत्व से जुड़ा होने चलते यह मानसिक शांति और धन का कारक होता है। कछुआ घर में रखने से शनि दोष और राहु-केतु दोष का प्रभाव कम हो जाता है।
जल तत्व की कुंडली वालों को इसको पालने से बचना चाहिए। वहीं, भारत में आप सिर्फ विदेशी प्रजाति के कछुए रेड-इयर्ड स्लाइडर, सुलकाटा टोर्टोइज, रूसी कछुआ ही पाल सकते हैं। भारतीय और नॉर्मल प्रजाति के कछुए पालना गैरकानूनी है। इसके साथ ही विदेशी कछुओं को कभी भी तालाब या झील में न छोड़ें। कछुए के लिए एक्वेरियम या टैंक तैयार करें, जिसमें साफ पानी और सूखी सतह हो।
घोड़ा
हिंदू धर्म और वास्तु शास्त्र के अनुसार, घोड़ा शक्ति, ऊर्जा, सफलता और धन संपत्ति का प्रतीक है। घोड़ा मंगल और सूर्य ग्रह से जुड़ा हुआ है। इस कारण इसको पालने से आत्मविश्वास, साहस और उन्नति मिलती है। अगर आप घर में घोड़ा नहीं पाल पा रहे हैं तो घर के उत्तर या पूर्व दिशा में घोड़े की मूर्ति या तस्वीर लगाएं। तेज भागते हुए घोड़ों की तस्वीर व्यवसाय और करियर में उन्नति लाती है। वहीं, सफेद घोड़ों की तस्वीर समृद्धि और सफलता का प्रतीक है। मुख्य द्वार के पास काले घोड़े की तस्वीर लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है। जिन लोगों की कुंडली में मंगलदोष हो उनको घोड़ा नहीं पालना चाहिए।
खरगोश
घर में खरगोश पालने से मानसिक शांति और सौम्यता आती है। यह बच्चों के लिए काफी शुभ माना जाता है। वहीं, जिन लोगों की कुंडली में चंद्रमा नीच का हो उनको खरगोश नहीं पालना चाहिए।
बिल्ली
फेंगशुई और वेस्टर्न मान्याताओं के अनुसार घर में बिल्ली पालना शुभ माना जाता है। वहीं, हिंदू शास्त्रों में बिल्ली को शुभ नहीं माना गया है। मान्यताओं के अनुसार बिल्ली का घर में आना राहुदोष उत्पन्न करता है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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