Utpanna Ekadashi 2024: साल की 24 एकादशियों में श्रेष्ठ और विशेष फलदायी मानी गई उत्पन्ना एकादशी मार्गशीर्ष यानी अगहन माह की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है, जो कि आज मंगलवार 26 नवंबर को है। हिन्दू धर्म में एकादशी तिथि को व्रत रखकर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा का विशेष विधान है। उत्पन्ना एकादशी के दिन देवी तुलसी की भी पूजा की जाती है। इस बार उत्पन्ना एकादशी के मौके पर 3 शुभ योगों का संयोग हो रहा है।
बन रहे हैं ये शुभ संयोग
सनातन पंचांग एक अनुसार, इस दिन प्रीति योग और आयुष्मान योग के साथ द्विपुष्कर योग का निर्माण हो रहा है। वहीं, इस शुभ फलदायी एकादशी के दिन हस्त नक्षत्र का संयोग चित्रा नक्षत्र से हो रहा है। बता दें कि वैदिक ज्योतिष के अनुसार, द्विपुष्कर योग में शुरू किए किसी भी शुभ काम से दोहरा लाभ होता है।
उत्पन्ना एकादशी पर करें ये उपाय
ज्योतिषियों और पंडितों के अनुसार, इन शुभ योगों में आज की रात कुछ खास उपाय से भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और देवी तुलसी को प्रसन्न कर सकते हैं। मान्यता है कि इनकी कृपा से घर में धन-धन्य की कमी नहीं होती है और घर-परिवार के समृद्धि और खुशियों में बरकत होती है। आइए जानते हैं, क्या हैं ये उपाय?
व्यापार में बरकत के लिए उपाय
उत्पन्ना एकादशी की रात में 5 इलायची लें। उसे किसी लाल कपड़े में बांध लें। फिर उस पोटली को घर के पूजा-मंदिर में रख दें। फिर घी का दीपक जलाएं और धन की देवी मां लक्ष्मी और धन के खजांची भगवान कुबेर का ध्यान करें। पूजा के सभी इलायची को तिजोरी में रख लें। माना जाता है कि उत्पन्ना एकादशी की रात इलायची के इस उपाय को करने के दर में धन की आमद तेज हो जाती है और व्यापार-कारोबार में लाभ ही लाभ होता है।
कर्ज मुक्ति के लिए उपाय
यदि आप कर्ज लेकर परेशानियों में घिरे हुए हैं और धन संकट से परेशान हैं, तो उत्पन्ना एकादशी की रात में भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी के सामने घी के 5 दीये जलाएं। इसे बाद पीले भोजन का भोग लगाएं। भोग लगाने के बाद श्री विष्णु मंत्र और माता लक्ष्मी की मंत्रों से आराधना करें। इस उपाय से कर्ज दूर हो जाता है, समृद्धि बढ़ती है और धन संचय होने लगता है।
सौभाग्य समृद्धि के लिए उपाय
उत्पन्ना एकादशी की शाम में मां तुलसी के चौरा के आगे 5 दीये जलाएं। उनकी विधिवत पूजा करें उनके तने में लाल चुनरी बांधें। माना जाता है कि इससे दो लाभ होते हैं, पहला, वैवाहिक जीवन में साथी से संबंध मधुर और मजबूत होता है और दूसरा, घर की खुशियों और समृद्धि में तेजी से बढ़ोतरी होगी। इस उपाय से अविवाहितों का विवाह शीघ्र होने के योग बनते हैं।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।