Hanuman Mantra: भगवान राम के परम भक्त हनुमान जी हिंदू धर्म में एक प्रमुख देवता हैं। वे न केवल भक्ति, शक्ति और साहस बल्कि ज्ञान के भी प्रतीक माने गए हैं। हनुमान चालीसा में उनको सुमति देने वाला और दुखभंजन कहकर वंदना की गई है। उन्हें बजरंगबली, पवनपुत्र, अंजनीपुत्र, मारुति, मारुतिनंदन, आंजनेय आदि विभिन्न नामों से जाना जाता है। सप्ताह का तीसरा दिन मंगलवार उनको ही समर्पित किया गया है। इसलिए इस दिन उनकी खास आराधना, साधना और पूजा की जाती है और उन्हें प्रसन्न करने के लिए व्रत रखते हैं।
हनुमान जी को संकटमोचन भी कहा जाता है, क्योंकि वे अपने भक्तों के सभी संकटों को दूर करते हैं। उनकी आराधना और पूजा के अनेक विधान, स्तोत्र और मंत्र हैं। यह 5 ऐसे मंत्रों की उनके अर्थ और उपयोग सहित चर्चा की गई है, जो बेहद शक्तिशाली माने गए हैं। इन हनुमान मंत्रों के जाप से जीवन के दुखों और समस्याओं का अंत होता है और सौभाग्य-समृद्धि में सदैव वृद्धि होती है। आइए जानते हैं, क्या हैं ये 5 प्रभावशाली हनुमान मंत्र?
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1. हनुमान मूल मंत्र
ॐ श्री हनुमते नमः
Aum Shri Hanumante Namaha.
यह हनुमान जी का सबसे सरल लेकिन शक्तिशाली मंत्र है। इसका जाप करने से भक्त को शक्ति, साहस और सुरक्षा की प्राप्ति होती है। इसका अर्थ है- ‘मैं श्री हनुमान को प्रणाम करता हूं।’ इसे कभी भी और कहीं भी जपा जा सकता है। किसी दीर्घकालिक समस्या से निदान के लिए इसका रोज 108 बार जाप करने से लाभ होता है।
2. हनुमान अष्टाक्षर मंत्र
ॐ हं हनुमते श्रीराम दूताय नमः॥
Aum Hn Hanumnate Shri Ram Dutaay Namah.
इसका अर्थ है- ‘भगवन श्रीराम के परम सेवक और दूत श्री हनुमान जी को प्रणाम करता हूं।’ यहां ‘हं’ हनुमान जी का बीज नाम है, जो हनुमान जी की अपार शक्ति को दर्शाता है। इस हनुमान मंत्र को जाप किसी भी कार्य में सफलता प्राप्त करने के लिए कर सकते हैं। यात्रा, परीक्षा, नौकरी, कोर्ट केस और अन्य जीवन संघर्षों में विजय प्राप्त करने के लिए यह मंत्र बहुत लाभदायी है।
3. बजरंग बली मंत्र
ॐ नमो भगवते आंजनेयाय महाबलाय स्वाहा॥
Aun Namo Bhagavate Aanjeyaay Mahabalaay Swaha.
इस मंत्र का उपयोग आत्मविश्वास, पराक्रम, मानसिक और शारीरिक बल बढ़ाने के लिए खास तौर पर किया जाता है। इसके जाप से किसी भी डर, भय, संकोच और नकारात्मक विचार दूर हो जाते हैं। इसका अर्थ है- ‘मैं शक्तिशाली अंजना के महाबली पुत्र भगवान हनुमान को नमन और आत्मसमर्पण करता हूं।’ यहां ‘आंजनेयाय’ का अर्थ है ‘अंजना के पुत्र,’ जो हनुमान जी का एक नाम है। किसी खेल प्रतियोगिता से पहले भी इस मंत्र का जाप किया जाता है।
4. संकट मोचन मंत्र
ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्॥
Aum Hn Hanumate Rudratmkaay Hun Phat.
इस मंत्र का अर्थ है- ‘वे जो रुद्र के समान हैं, उस हनुमान जी को प्रणाम है, वे नकारात्मक शक्तियों को नष्ट कर बाधाओं को दूर करें।’ यहां हुं: बीज मंत्र है, जिसके बारे में कहा जाता है कि इसमें बाधाओं को दूर करने की शक्ति है। इस मंत्र का उपयोग शत्रुओं, नकारात्मक ऊर्जा और भूत-प्रेत बाधाओं से सुरक्षा के लिए किया जाता है। इसके जाप से जीवन की कठिनाइयों और संघर्षों से उबरने में सहायता मिलती है।
5. हनुमान गायत्री मंत्र
ॐ अंजनीसुताय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि।
तन्नो हनुमत् प्रचोदयात्॥
Aum Anjani Sutaay Vidmahe Vayuputraay Dhimahi.
Tanno Hanumat Prachodayaat.
यह हनुमान जी का गायत्री मंत्र है, जिसका अर्थ है- ‘हम अंजनी के पुत्र को जानते हैं, हम वायु के पुत्र का ध्यान करते हैं। हनुमान हमें सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करें।’ कहा जाता है कि इस मंत्र का जाप करने से बुद्धि, ज्ञान और एकाग्रता में वृद्धि होती है।
हनुमान जी के ये सभी 5 मंत्र भक्त और साधक को मानसिक, आध्यात्मिक और शारीरिक रूप से सशक्त करने वाले हैं। मान्यता है कि श्रद्धा और विश्वास के साथ इनका जाप करने से अद्भुत परिणाम प्राप्त होते हैं। बता दें कि मंगलवार और शनिवार को हनुमान जी की पूजा के साथ इन मंत्रों का जाप बहुत फलदायी है।
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