Pradosh Vrat: पंचांग के अनुसार, आज शनिवार 24 मई, 2025 को शनि प्रदोष व्रत शनि प्रदोष व्रत का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है, खासकर शनि दोष निवारण और समस्याओं का समाधान कर जीवन में स्थिरता पाने हेतु। यह व्रत त्रयोदशी तिथि को पड़ता है और शनिवार को आने पर यह ‘शनि प्रदोष व्रत’ कहलाता है। जब यह प्रदोष व्रत किसी माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि में शनिवार को पड़ता है, तो और भी खास माना जाता है।
हर माह की प्रदोष तिथि भगवान शिव और मां पार्वती की आराधना को समर्पित है। वहीं, शनि प्रदोष व्रत के दिन महादेव शिव के साथ शनिदेव और हनुमान जी की पूजा और उपासना की जाती है। मान्यता है कि ऐसे संयोग वाले दिन कुछ विशेष उपाय करने से जीवन में बाधाएँ दूर होती हैं, धन की प्राप्ति होती है और किस्मत का साथ मिलने लगता है। यहां 5 अनूठे, उपयोगी और अचूक उपाय दिए गए हैं, जिसे विशेष रूप से शनि प्रदोष व्रत के दिन करने से हर मनोकामना पूरी होती हैं और बिगड़ी किस्मत भी संवर जाती है?
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शनि प्रदोष व्रत के अचूक उपाय
कुत्ते को खिलाएं रोटी
शाम को एक रोटी बनाकर उसमें सरसों का तेल लगाएं और उसे किसी काले कुत्ते को खिलाएं। यह उपाय विशेष रूप से शनि के अशुभ प्रभाव, जैसे कि कोर्ट केस, शत्रु बाधा और नौकरी में रुकावट के लिए अत्यंत लाभकारी होता है। यह न केवल नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है बल्कि जीवन में स्थिरता भी लाता है।
सात अनाज का दान
लाल किताब अनुसार, शाम के समय सात अनाज– गेहूं, चना, ज्वार, मूंग, उड़द, मसूर और चावल मिलाकर किसी गरीब, वृद्ध या ब्राह्मण को दान करें। यह उपाय विशेष रूप से कर्ज से मुक्ति, स्वास्थ्य में सुधार और व्यावसायिक या नौकरी में स्थायित्व के लिए अत्यंत प्रभावशाली माना गया है।
बहते जल में काले तिल का प्रवाह
8 बजे के बाद या रात्रि में 100 ग्राम काले तिल लेकर उन्हें किसी बहते जल स्रोत जैसे नदी, नाले या जलधारा में प्रवाहित करें। यह उपाय राहु-शनि दोष, नकारात्मक ऊर्जा और जीवन में लगातार मिल रही असफलताओं से राहत देने में सहायता करता है। यह मानसिक शांति और आत्मबल भी बढ़ाता है।
सरसों का तेल का छाया दान
लाल किताब के अनुसार, रात 8 से 9 बजे के बीच एक लोहे के कटोरे में सरसों का तेल भरकर उसमें अपना चेहरा देखें। फिर यह तेल किसी गरीब व्यक्ति या शिव मंदिर में दान कर दें। यह उपाय विशेष रूप से शनि साढ़ेसाती, ढैया और कुंडली में बैठे शनि ग्रह के अशुभ प्रभावों को कम करने के लिए कारगर है।
काले तिल और वस्त्र का दान
शनि प्रदोष व्रत के दिन किसी भी समय किसी जरूरतमंद को काले तिल, काला वस्त्र, लोहे की वस्तु और सरसों का तेल दान करें। यदि संभव हो तो किसी अंधे, विकलांग या वृद्ध व्यक्ति को भोजन कराना अत्यंत पुण्यदायक होता है। यह उपाय न केवल धन संबंधी रुकावटें दूर करता है, बल्कि व्यापार, करियर और आर्थिक स्थिति में तेजी से उन्नति का मार्ग भी खोलता है।
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