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Religion

इन लोगों पर शनिदेव रहते हैं मेहरबान, लाइफ में देते हैं धन और मान-सम्मान

Sahni Dev Puja: शनिदेव को कर्मफलदाता कहा जाता है। इस कारण जब भी शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या आती है तो लोगों को कई प्रकार के कष्टों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अगर आप कुछ कार्यों को डेली करते हैं तो आपको शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है।

Author Edited By : Mohit Tiwari Updated: May 26, 2025 21:39
Shani Dev Puja

Shani Dev Puja: शनिदेव को वैदिक ज्योतिष में न्याय के देवता और कर्मफल दाता माना जाता है। वे मेहनत, अनुशासन, और धैर्य का प्रतीक हैं। शनिदेव की कृपा से जीवन की बाधाएं दूर होती हैं, और सुख-समृद्धि का मार्ग खुलता है। शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या व महादशा के प्रभाव से जीवन में चुनौतियां भी आ सकती हैं।

ऐसे में शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए कुछ विशेष कार्य किए जा सकते हैं, जो उनके प्रकोप को शांत करते हैं और जीवन में स्थिरता लाते हैं। ये कार्य सरल हैं और इन्हें नियमित रूप से करने से शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है। आइए जानते हैं कि शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए कौन से सात कार्य करने चाहिए, जो आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएंगे।

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शनिदेव की पूजा और मंत्र जाप

शनिदेव को प्रसन्न करने का सबसे प्रभावी तरीका उनकी नियमित पूजा है। प्रत्येक शनिवार को सुबह स्नान के बाद शनि मंदिर जाएं। शनिदेव की मूर्ति या शनि यंत्र के सामने दीप जलाएं। ‘ॐ शं शनैश्चराय नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करें। यह मंत्र शनिदेव के प्रभाव को संतुलित करता है। पूजा में नीले फूल, जैसे नीलकमल, अर्पित करें। पूजा के दौरान मन में शुद्ध भाव रखें। यह कार्य आपके जीवन में शांति और स्थिरता लाता है।

हनुमान जी की भक्ति

शनिदेव और हनुमान जी का गहरा संबंध है। मान्यता है कि हनुमान जी की पूजा से शनिदेव का प्रकोप कम होता है। शनिवार को हनुमान मंदिर में जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। हनुमान जी को लाल फूल और सिंदूर चढ़ाएं। हनुमान जी की मूर्ति के सामने ध्यान करें। यह कार्य सकारात्मक ऊर्जा और आत्मविश्वास को बढ़ाता है। नियमित रूप से यह करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं।

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जरूरतमंदों की मदद

शनिदेव कर्म और न्याय के देवता हैं। गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करना शनिदेव को प्रसन्न करता है। शनिवार को भोजन, कपड़े, या जूते दान करें। वृद्धाश्रम या अनाथालय में सेवा करें। यह कार्य आपके कर्मों को शुद्ध करता है। शनिदेव उन लोगों से प्रसन्न होते हैं, जो निस्वार्थ भाव से दूसरों की मदद करते हैं। दान करते समय मन में श्रद्धा रखें और दिखावा करने से बचें।

शनि चालीसा का पाठ

शनि चालीसा का पाठ शनिदेव को प्रसन्न करने का शक्तिशाली उपाय है। शनिवार को सूर्यास्त के बाद शांत स्थान पर बैठकर शनि चालीसा पढ़ें। इसमें शनिदेव की महिमा का वर्णन है, जो उनकी कृपा को आकर्षित करता है। पाठ के दौरान अपने गलत कर्मों के लिए क्षमा मांगें। यह कार्य मानसिक शांति देता है और शनिदेव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। नियमित पाठ से जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं।

शनिवार का व्रत

शनिवार का व्रत रखना शनिदेव को प्रसन्न करने का एक और प्रभावी उपाय है। सुबह से सूर्यास्त तक सात्विक भोजन, जैसे फल या दूध, लें। व्रत के दौरान शनिदेव के मंत्रों का जाप करें। यह व्रत अनुशासन और धैर्य को बढ़ाता है। व्रत के बाद जरूरतमंद को भोजन दान करें। यह कार्य शनिदेव की कृपा दिलाता है और जीवन में स्थिरता लाता है।

नीले रंग का उपयोग

शनिदेव को नीला रंग प्रिय है। शनिवार को नीले या काले रंग के वस्त्र पहनें। घर में नीले रंग की वस्तुएं, जैसे चादर या पर्दे, का उपयोग करें। पूजा के दौरान नीली माला अर्पित करें। यह छोटा-सा कार्य शनिदेव के सकारात्मक प्रभाव को आकर्षित करता है। नीले रंग का उपयोग करते समय शनिदेव का ध्यान करें।

कर्म और ईमानदारी का पालन

शनिदेव कर्म और अनुशासन के देवता हैं। अपने दैनिक जीवन में ईमानदारी और मेहनत का संकल्प लें। कार्यक्षेत्र में समय का पालन करें। अपने कर्तव्यों को पूरी निष्ठा से निभाएं। शनिदेव उन लोगों से प्रसन्न होते हैं, जो गलत रास्तों से बचते हैं। अपने लक्ष्यों की समीक्षा करें और सही दिशा में मेहनत करें। यह कार्य शनिदेव की कृपा प्राप्त करने का सबसे बड़ा उपाय है।

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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First published on: May 26, 2025 09:10 PM

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