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Premanand Maharaj से जानें, अकाल मृत्यु से बचने के लिए क्या करें?

अकाल मृत्यु से कौन नहीं डरता है? हर व्यक्ति को अपना जीवन बहुत प्रिय है। ऐसा ही सवाल एक भक्त ने प्रेमानंद महाराज से किया तो आइए जानते हैं इस विषय पर महाराज ने क्या उत्तर दिया।

Author Edited By : News24 हिंदी Updated: May 14, 2025 14:34

Premanand Maharaj Viral Video: मानव जीवन बहुत ही अनमोल है लेकिन समय से पूर्व मृत्यु यानी अकाल मृत्यु का भय हर किसी को अंदर ही अंदर सताता है। दुर्घटनाएं, बीमारियां और अचानक जीवन का अंत ये सब ऐसे विषय हैं जिनसे हर कोई बचना चाहता है। हर कोई चाहता है जीवन को सुख, शांति और सुरक्षा से जीना। ऐसे ही एक भक्त ने प्रेमानंद महाराज से प्रश्न किया कि अकाल मृत्यु से बचने के लिए क्या करें। इस प्रश्न को सुनकर महाराज ने बहुत ही सहजता और शांति से उत्तर देते हुए क्या कहा आइए जानते हैं।

इस विषय पर महाराज कहते हैं कि अधिक पाप होने पर अकाल मृत्यु होती है लेकिन जन्म और मृत्यु का समय तो निश्चित है। यदि किसी व्यक्ति की अकाल मृत्यु होती है, तो इसका कारण यह है कि उसने अधिक पाप किए होते हैं या फिर महापाप किए होते हैं जिससे उसकी आयु से समय पहले अकाल मृत्यु का सामना करना पड़ता है। महाराज कहते हैं अगर आप चाहते हैं कि किसी का भी अकाल मृत्यु का योग न बने तो भगवान के चरणामृत का सेवन रोजाना करें।

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भगवान के चरणामृत का प्रभाव होता है अगर रोज भगवान का चरणामृत पीएं, जैसे शालिग्राम भगवान या राधा वल्लभ जी, श्री ठाकुर जी से चरणामृत लें, उसमें जल मिलाएं, और हर रोज एक ढक्कन चरणामृत लें तो अकाल मृत्यु नहीं हो सकती। इसके साथ ही कोई रोग परेशान नहीं कर सकता। ऐसा  करने से व्यक्ति को भगवान का अंतिम समय स्मरण हो जाएगा और अगर व्यक्ति नियम से चरणामृत पिए तो वह अकाल मृत्यु से बच सकता है।

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प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि जब तक जीवन में सच्ची ईश्वर भक्ति और गुरु के चरणों में श्रद्धा नहीं होती, तब तक जीवन असुरक्षित रहता है। नियमित रूप से राम नाम का जाप, भजन-कीर्तन, ब्रह्मचर्य पालन, और सत्संग में उपस्थित होना न केवल आत्मा को शुद्ध करता है, बल्कि अकाल मृत्यु जैसे भय को भी दूर करता है।

इसलिए, यदि आप जीवन में सुख, शांति और सुरक्षा चाहते हैं तो प्रेमानंद महाराज की वाणी को अपनाएं, सत्संग से जुड़ें और ईश्वर भक्ति को जीवन का मूल बना लें। यही है वह मार्ग जिससे अकाल मृत्यु को टाला जा सकता है और जीवन को पूर्णता की ओर ले जाया जा सकता है।

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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है

First published on: May 14, 2025 02:32 PM

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