Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ के सेक्टर 9 गंगेश्वर मार्ग स्थित निंरजनी पीठाधीश्वर कैलाशानंद गिरी जी महाराज के शिविर में आज राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का आगमन हुआ। वृंदावन के सुप्रसिद्ध कथा व्यास और भजन गायक मृदुल कृष्ण शास्त्री जी के उत्तम मुखारविंद से आज भागवत कथा और सत्संग शुरू हुई। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि इस कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और दीप प्रज्वलित कर कथा का शुभारंभ किया।
भारतीय सनातन संस्कृति और परंपरा का महाकुंभ
इस अवसर पर निरंजनी पीठाधीश्वर कैलाशानंद गिरी जी ने भजनलाल शर्मा का रुद्राक्ष की माला और शॉल ओढ़ाकर मुख्य अतिथि का स्वागत किया। इस अवसर पर कहा राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज में 144 वर्ष बाद ये जो अवसर आया है ये सिर्फ एक मेला नहीं बल्कि भारतीय सनातन संस्कृति एव परंपरा का महाकुंभ है, जिससे पूरे विश्वभर में सनातन अपना एक अलग पहचान और एक अलग स्थान बना रही है।
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प्रयागराज में आस्था, श्रद्धा और एकता के महासमागम ‘महाकुम्भ-2025’ में पवित्र त्रिवेणी संगम पर आस्था की पावन डुबकी लगाने का अनुपम सौभाग्य प्राप्त हुआ।
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— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) January 19, 2025
रूद्राक्ष की माला पहना कर दिया आशीर्वाद
खास बात ये रही कि कैलाशानंद गिरी जी ने मुख्यमंत्री भजनलाल की सुरक्षा में लगे सभी सुरक्षा कर्मियों को भी रूद्राक्ष की माला पहना कर आशीर्वाद दिया। कैलाशानंद गिरी जी शिविर में आयोजित मृदुल कृष्ण शास्त्री जी की ये कथा आज 19 जनवरी से लेकर 26 जनवरी, 2025 तक चलेगी। इस अवसर पर आनंद अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी और निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर और पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति भी उपस्थित रहीं। साथ ही इस मौके पर निंरजनी अखाड़े के ढेर सारे अन्य संत भी मौजूद रहे।
महाशिवरात्रि के दिन समाप्त होगा महाकुंभ
बता दें कि महाकुंभ का प्रथम मुख्य स्नान 13 जनवरी 2025 को पौष पूर्णिमा के दिन और द्वितीय मुख्य स्नान 14 जनवरी 2025 को मकर संक्रांति के दिन संपन्न हो चुका है। इसका तीसरा मुख्य और शाही स्नान 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के अवसर पर आयोजित होगा। महाकुंभ का अंतिम स्नान महाशिवरात्रि पर्व के रोज 26 फरवरी, 2025 को है और इस दिन की महाकुंभ का औपचारिक रूप से समापन भी हो जाएगा।
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