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Maha Shivratri 2025: महाशिवरात्रि के दिन इतने बजे लगेगी भद्रा, जानें निशिता काल में शिव विवाह और पूजा का शुभ मुहूर्त

Maha Shivratri 2025: हिन्दू धर्म में महाशिवरात्रि एक सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन हैं. लेकिन इस पावन दिन यानी 26 फरवरी, 2025 के ऊपर अशुभ भद्रा की काली छाया मंडरा रही है। आइए जानते हैं, महाशिवरात्रि के दिन भद्रा कितने बजे लगेगी, निशिता काल में शिव विवाह और पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है?

Author Edited By : Shyamnandan Updated: Feb 23, 2025 19:41
Maha-Shivratri-2025

Maha Shivratri 2025: हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, किसी शुभ कार्य, पर्व, त्योहार, व्रत आदि के दिन भद्रा और पंचक का लगना शुभ नहीं होता है। इस साल महाशिवरात्रि का त्योहार 26 फरवरी, 2025 को मनाया जाएगा। यह न केवल शिवभक्तों का बल्कि सभी हिन्दुओं का एक सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन हैं। लेकिन इस पावन दिन के ऊपर अशुभ भद्रा की काली छाया मंडरा रही है। कई लोग कह रहे हैं कि इस दिन शिव साधकों और भक्तों को इससे बचकर ही शिवपूजा और अन्य उपाय करने चाहिए। आइए जानते हैं कि सच क्या है, महाशिवरात्रि के दिन भद्रा कितने बजे लगेगी, निशिता काल में शिव विवाह और पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है?

महाशिवरात्रि के दिन इतने बजे लगेगी भद्रा

पंचांग के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन भद्रा काल काफी लंबा है, जो दिन में 11:08 AM बजे से शुरू होगी और यह रात के 10:05 PM बजे तक कायम रहेगी। यानी, इस दिन भद्रा का साया लगभग 11 घंटे का है। पंडितों के अनुसार, भगवान शिव की पूजा, उपासना, कीर्तन आदि में भद्रा से कोई बाधा नहीं पड़ती है, लेकिन 11:08 AM बजे से पहली की पूजा पर कोई भद्रा नहीं होने से यह पूजा का श्रेष्ठ समय है। वहीं रात में न निशिता पूजा के समय भी भद्रा नहीं है।

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निशिता पूजा क्या है?

निशिता पूजा रात्रि के मध्यकाल में की जाती है। इस काल को निशीथ काल कहते हैं। यही कारण है कि इस काल में संपन्न की गई पूजा को ‘निशिता पूजा’ कहते हैं? महाशिवरात्रि के अवसर पर की जाने वाली निशिता पूजा विशेष रूप से एक अत्यंत शुभ और महत्वपूर्ण पूजा है। इस काल को भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का सर्वोत्तम समय माना जाता है, क्योंकि यह काल शुद्ध आध्यात्मिक ऊर्जा से भरा होता है। यह पूजा विशेष रूप से इच्छाओं की पूर्ति, समृद्धि और शांति के लिए की जाती है। मान्यता है कि भगवन शिव और माता पार्वती का शुभ विवाह इसी समय संपन्न हुआ था।

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महाशिवरात्रि के दिन निशिता पूजा मुहुर्त

पंचांग के अनुसार, महाशिवरात्रि के रात में निशिता काल में शिव पूजा और शिव विवाह के लिए मात्र 50 मिनट का समय मिलेगा। महा शिवरात्रि की रात में निशिता काल पूजा का समय 12:09 AM से 12:59 AM तक रहेगा। बहुत से साधक और भक्त महाशिवरात्रि की पूरी रात जागकर शिव का ध्यान और भजन करते हैं। मान्यता है कि इससे जीवन के कष्ट दूर होते हैं।

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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

First published on: Feb 23, 2025 05:54 PM

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