---विज्ञापन---

Religion

Kalashtami 2025: काल भैरव को समर्पित कालाष्टमी कब? जानें सही तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

Kalashtami 2025: हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर मासिक कालाष्टमी का व्रत रखा जाता है, जिस दिन भगवान शिव के रौद्र रूप काल भैरव की पूजा की जाती है। चलिए जानते हैं साल 2025 में 20 फरवरी या 21 फरवरी, किस दिन कालाष्टमी का व्रत रखा जाएगा।

Author Edited By : Nidhi Jain Updated: Feb 16, 2025 16:27
Kalashtami 2024
कालाष्टमी 2024

Kalashtami 2025: सनातन धर्म के लोगों के लिए भगवान शिव की पूजा का खास महत्व है। जहां कुछ लोग शिव जी की पूजा भोले बाबा के रूप में करते हैं, तो कुछ उनके रौद्र रूप काल भैरव देव की उपासना भी करते हैं। काल भैरव को तंत्र का देवता माना जाता है, जिनकी पूजा तंत्र-मंत्र की साधना में विशेषतौर पर की जाती है। वैदिक पंचांग के अनुसार, हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर कालाष्टमी का व्रत रखा जाता है, जो काल भैरव को समर्पित है। काल भैरव की पूजा करने से साधक को शत्रुओं और संकट से मुक्ति मिलती है। इसी के साथ जीवन में खुशियों का आगमन होता है। चलिए जानते हैं साल 2025 में फरवरी माह में किस दिन कालाष्टमी का व्रत रखा जाएगा।

फरवरी में कब है कालाष्टमी?

वैदिक पंचांग के अनुसार, इस बार फाल्गुन माह में आने वाली कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि का आरंभ 20 फरवरी 2025 को सुबह 09 बजकर 58 मिनट से हो रहा है, जिसका समापन अगले दिन 21 फरवरी 2025 को सुबह 11 बजकर 57 मिनट पर होगा। ऐसे में उदयातिथि के आधार पर 20 फरवरी 2025 को मासिक कालाष्टमी का व्रत रखा जाएगा।

---विज्ञापन---

ये भी पढ़ें- Dwijapriya Sankashti Chaturthi 2025: संकष्टी चतुर्थी आज, रात में इन 3 उपायों को करने से बनेंगे बिगड़े काम!

20 फरवरी 2025 के शुभ मुहूर्त

  • सूर्योदय- प्रात: काल 06:55
  • ब्रह्म मुहूर्त- प्रात: काल में 05:14 से लेकर 06:04 मिनट तक
  • विजय मुहूर्त- दोपहर में 02:28 से लेकर 03:14 मिनट तक

कालाष्टमी की पूजा विधि

  • ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि कार्य करने के बाद काले या नीले रंग के पवित्र वस्त्र धारण करें।
  • घर के मंदिर में एक चौकी रखें। उसके ऊपर नीले रंग का कपड़ा बिछाएं।
  • कपड़े के ऊपर काल भैरव जी की प्रतिमा स्थापित करें।
  • सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
  • व्रत का संकल्प लें।
  • भैरव बाबा को फल, फूल, चंदन और मिठाई आदि चीजें अर्पित करें। इस दौरान काल भैरव अष्टक का पाठ करें।
  • कालाष्टमी व्रत की कथा पढ़ें या सुनें।
  • अंत में आरती करके पूजा का समापन करें।

ये भी पढ़ें- Video: 16 दिन तक इस राशि पर मेहरबान रहेंगे शनि, होगा अपार धन लाभ!

---विज्ञापन---

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

HISTORY

Edited By

Nidhi Jain

First published on: Feb 16, 2025 04:27 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें