शनि जयंती इस साल 27 मई, 2025 को मनाई जाएगी। यह दिन शनि देव के जन्मोत्सव का प्रतीक है। शनि देव सूर्य के पुत्र और न्याय के देवता माने जाते हैं। कहा जाता है कि वे व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं, चाहे वो अच्छा हो या बुरा। इसलिए अगर जीवन में लगातार बाधाएं आ रही हैं, आर्थिक तंगी बनी हुई है या मानसिक शांति नहीं मिल रही, तो जरूरी है कि हम शनि देव की नाराज़गी के कारणों को समझें और उनसे बचने का प्रयास करें।
इस साल शनि जयंती के शुभ अवसर पर यदि आप कुछ गलत आदतों को छोड़ दें, तो शनिदेव की कृपा प्राप्त की जा सकती है और जीवन में सफलता की राह खुल सकती है। आइए जानते हैं ऐसी ही 5 बुरी आदतों के बारे में जिन्हें तुरंत छोड़ देना चाहिए।
महिलाओं का अपमान
जो व्यक्ति महिलाओं, चाहे वह माता, पत्नी, बहन या कोई अन्य हों, का अपमान करता है, शनि देव उनसे बेहद नाराज रहते हैं। महिलाओं के प्रति आदर भाव रखना ही सच्ची भक्ति है। इसलिए अपने व्यवहार में सम्मान और विनम्रता लाएं।
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गरीब और असहाय लोगों को कष्ट देना
शनि देव का विशेष ध्यान उन लोगों पर होता है, जो समाज के कमजोर वर्गों की मदद करते हैं। यदि कोई गरीब, असहाय या जरूरतमंद व्यक्ति को परेशान करता है या उसका अपमान करता है, तो शनि उसे दंडित करते हैं। जरूरतमंदों की मदद करना शनि को प्रसन्न करने का सबसे सरल उपाय है।
बुजुर्गों के साथ बुरा व्यवहार
जो लोग अपने घर के बुजुर्गों, माता-पिता, दादा-दादी आदि का सम्मान नहीं करते, उनसे रूखा व्यवहार करते हैं, उन्हें शनि का प्रकोप झेलना पड़ता है। वृद्धों की सेवा और आशीर्वाद से जीवन में खुशहाली आती है।
नशा, जुआ और तामसिक प्रवृत्तियां
शराब, जुआ, चोरी या किसी भी तरह की तामसिक गतिविधियों में लिप्त व्यक्ति पर शनि की कड़ी दृष्टि रहती है। ये आदतें न केवल शारीरिक और मानसिक नुकसान पहुंचाती हैं, बल्कि जीवन में बर्बादी भी लाती हैं। इनसे तुरंत दूरी बनाना जरूरी है।
ईर्ष्या, द्वेष और अन्याय
जो व्यक्ति दूसरों के प्रति द्वेष रखता है, दूसरों के अधिकारों का हनन करता है या उनके साथ अन्याय करता है, उससे शनिदेव प्रसन्न नहीं रहते हैं। शनि न्यायप्रिय ग्रह हैं और वे ऐसे लोगों को सबक जरूर सिखाते हैं।
आपको बता दें, शनि जयंती केवल एक पूजा-पाठ का दिन नहीं है, बल्कि आत्ममंथन कर अपने कर्म और अपने व्यवहार को सुधारने का अवसर भी है। क्योंकि, शनिदेव कर्मफल के स्वामी हैं। यदि आप चाहते हैं कि शनि की कृपा आप पर बनी रहे और जीवन में तरक्की मिले, तो इन 5 बुरी आदतों को तुरंत छोड़ दें। अच्छे कर्म, दूसरों का सम्मान और न्यायप्रिय जीवन ही शनि देव को प्रसन्न कर सकते हैं। इस शनि जयंती, सकारात्मक बदलाव का एक नया संकल्प लें और सफलता आपके कदम चूमेगी।
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