Navratri 2024: नवरात्रि, मां दुर्गा के नौ दिव्य स्वरूपों की पूजा का पर्व है। इस पावन अवसर पर देवी माता के दर्शन करना और उनकी आराधना करना अत्यंत शुभ और फलदायी माना गया है। इस अवसर पर देवी माता के मंदिरों में जाकर माता रानी के दर्शन करना और उनकी आराधना करना जीवन में सुख-समृद्धि लाता है। भारत में कई ऐसे मंदिर हैं जहां माता रानी की कृपा से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
यहां नवरात्रि के दौरान दर्शन के लिए 5 विशेष मंदिरों की चर्चा की गई है, जिसके बारे न केवल भक्त और साधक बल्कि ग्रंथों में भी देवी माता का जाग्रत स्थान बताया गया है। नवरात्रि के दौरान इन मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। लाखों की संख्या में श्रद्धालु इन मंदिरों में माता रानी के दर्शन करने आते हैं। इन मंदिरों में आस्था और श्रद्धा का ऐसा वातावरण होता है कि भक्त यहां आकर अपने मन की शांति पाते हैं। आइए जानते हैं उनमें से पांच प्रमुख मंदिरों के बारे में।
ज्वाला जी मंदिर, हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित ज्वाला जी मंदिर माता जगदंबा का एक प्राचीन मंदिर है। इस मंदिर में न तो कोई मूर्ति है और न ही कोई प्रतिमा, बल्कि यहां एक चट्टान से लगातार जलती हुई ज्वाला है, जिसे माता रानी का स्वरूप माना जाता है। मान्यता है कि यहां माता रानी की कृपा से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
नैना देवी मंदिर, उत्तराखंड
उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल के नैनीताल में स्थित नैना देवी मंदिर माता सती के नेत्रों का प्रतीक माना जाता है। यहां माता रानी की प्रतिमा काले पत्थर की बनी हुई है। मान्यता है कि यहां माता रानी की कृपा से भक्तों को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
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मां वैष्णो देवी मंदिर, जम्मू और कश्मीर
जम्मू और कश्मीर के कटरा में स्थित मां वैष्णो देवी मंदिर माता रानी का एक प्रसिद्ध तीर्थस्थल है। यहां भक्तों को माता वैष्णो देवी की गुफा तक पैदल यात्रा करनी होती है। मान्यता है कि यहां माता रानी की कृपा से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
अम्बाजी मंदिर, गुजरात
गुजरात के अरावली पर्वत श्रृंखला में स्थित अम्बाजी मंदिर माता अम्बिका को समर्पित है। यहां माता रानी की प्रतिमा काले पत्थर की बनी हुई है। मान्यता है कि यहां माता रानी की कृपा से भक्तों को सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।
कामाख्या मंदिर, असम
असम के कामरूप जिले में स्थित कामाख्या मंदिर काली माता का एक प्रसिद्ध तीर्थस्थल है। यहां माता रानी की योनिपीठ मानी जाती है। मान्यता है कि यहां माता रानी की कृपा से भक्तों को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
देवी माता के ये सभी 5 मंदिर अपनी प्राचीनता और धार्मिक महत्व के लिए जाने जाते हैं। भक्तों और साधकों की दृढ़ मान्यता है कि इन मंदिरों में माता रानी की कृपा से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। इसलिए नवरात्रि में यहां अपार भीड़ उमड़ती है। यदि आप नवरात्रि में यहां देवी माता के दर्शन करने के अभिलाषी हैं, तो आपको अभी से यहां तक पहुंचने के लिए टिकट या ट्रांसपोर्ट, ठहरने की व्यवस्था आदि के बारे प्लानिंग का काम शुरू कर देना चाहिए।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।